यमुनानगर: अम्बाला-सहारनपुर लोकल पैसेंजर ट्रेनों के मुस्तफाबाद रेलवे स्टेशन पर ठहराव की मांग को लेकर महिलाओं सहित सैकड़ों ग्रामवासियों ने रेल यातायात को रोक दिया। शुक्रवार दोपहर को सैकड़ों ग्रामीण गांव ऊंचा चंदना में रेलवे ट्रैक पर बैठ गए और अम्बाला-दिल्ली, अम्बाला- मुरादाबाद रूट जाम कर दिया। इस रूट पर गाड़ियों का आवागमन बंद होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसकी सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों व रेलवे पुलिस बल में हड़कंप मच गया। अंबाला से उच्च अधिकारी भी घटनास्थल पर मौके पर पहुंचे व ग्रामीणों को समझाने का प्रयास जारी है।
रेलवे ट्रैक पर बैठे महिला व पुरुष ग्रामवासियों का कहना है कि कोरोना काल के बाद से जब सभी गाड़ियां नियमित रूप से चलाई जा रही हैं और लोकल पैसेंजर ट्रेनों भी चलाई जा रही हैं। हर स्टेशन पर इन ट्रेनों का ठहराव हो रहा है लेकिन मुस्तफाबाद रेलवे स्टेशन पर लोकल पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव नहीं किया जा रहा।
भाकियू चढ़ूनी संगठन के जिला प्रधान संजू गुंदियाना ने बताया कि इस समस्या के समाधान के लिए अंबाला रेल मंडल प्रबंधक के साथ चार पांच बार बैठकें हुई है और हर बार 15 दिन का आश्वासन देकर वापस कर दिया गया। उन्होंने बताया कि आज भी अम्बाला रेल मंडल प्रबंधक ने एक हफ्ते का समय मांगा है। उन्होंने कहा कि हम लोकल ट्रेन का ठहराव मांग रहें ना कि नई ट्रेन चलाने की मांग कर रहे हैं।
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हमारी मांग है कि इन लोकल पैसेंजर ट्रेनों का मुस्तफाबाद में ठहराव के आदेश जारी किए जाए। रेलवे ट्रैक जाम करने की सूचना मिलने पर रेलवे अधिकारियों व रेलवे पुलिस और अंबाला से उच्च अधिकारी घटनास्थल पर मौके पर पहुंचे गए हैं और लोगों को समझाने की कोशिश हो रही है। खबर लिखे जाने तक ग्रामीण ट्रैक पर ही बैठे थे और समस्या के समाधान के लिए बातचीत जारी है।
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