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उपराष्ट्रपति धनखड़ ने परिवार समेत श्री हरमंदिर साहिब में टेका माथा

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चंडीगढ़ः भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को परिवार समेत दरबार साहिब में माथा टेका। उपराष्ट्रपति बनने के बाद अमृतसर में उनका पहला निजी दौरा था। अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद उपराष्ट्रपति सबसे पहले गोल्डन टेंपल पहुंचे। जहां जिला प्रशासन के तमाम आला अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा और पूर्व सांसद श्वेत मलिक भी मौजूद रहे।

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उपराष्ट्रपति धनखड़ व उनके परिवार ने दरबार साहिब की परिक्रमा की और लंगर हॉल में लंगर भी छका। धनखड़ ने गोल्डन टेंपल के इतिहास व ऐतिहासिक जगहों के बारे में भी जानकारियां हासिल की। गोल्डन टेंपल से निकलने के बाद उप-राष्ट्रपति का काफिला सीधा जलियांवाला बाग पहुंचा। जहां उन्होंने 1919 को हुए कत्लेआम के बारे में जाना और शहीदों को श्रद्धांजलि भेंट की। जलियांवाला बाग के बाद उपराष्ट्रपति दुर्गियाना मंदिर पहुंचे। जहां भाजपा के स्थानीय नेताओं और दुर्गियाना कमेटी ने उनका स्वागत किया।

इस मौके उन्होंने कहा कि यह सिख समुदाय के साथ बड़ा अन्याय है। एसजीपीसी ने आठ बंदी सिखों की सूची भी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को सौंपी। बता दें कि, इस सूची में गुरदीप सिंह खैहरा, प्रो. दविंदर पाल सिंह भुल्लर, बलवंत सिंह राजोआणा, जगतार सिंह हवारा, लखविंदर सिंह लक्खा, गुरमीत सिंह, शमशेर सिंह, परमजीत सिंह भ्यौरा व जगतार सिंह का नाम शामिल हैं।

इसके अलावा उन्होंने जूठे बर्तन साफ करने की सेवा भी की। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने उपराष्ट्रपति को सिरोपा व श्री हरमंदिर साहिब का माडल भेंट कर सम्मानित किया। इसके साथ ही एसजीपीसी की तरफ से उन्हें मांग पत्र सौंपा गया। इस मांग पत्र में एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि जेलों में बंद सजा पूरी कर चुके बंदी सिखों की रिहाई की जाए।

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