Uttarakhand Weather: देहरादूनः देहरादून समेत प्रदेशभर में रुक-रुक कर मूसलाधार बारिश जारी है। राज्य में पिछले हफ्ते से हो रही लगातार बारिश के कारण लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। बारिश के पानी से नदियां और नाले उफान पर हैं। उत्तराखंड में पहाड़ों से लेकर मैदान तक लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का भी खतरा बना हुआ है। बारिश के कारण जहां 89 सड़कें बंद हो गई हैं, वहीं दो मकान गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक राज्य में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मौसम की चेतावनी के मद्देनजर आपदा विभाग और जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने राज्य में आने वाले यात्रियों से मौसम को ध्यान में रखते हुए यात्रा करने की अपील की है। राज्य के उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल और देहरादून जिलों के लिए रेड अलर्ट और अन्य जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
रविवार प्रातः लगभग 03 बजे जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र से प्राप्त सूचना के अनुसार जनपद उधम सिंह नगर की तहसील काशीपुर अन्तर्गत ग्राम मिस्सरवाला में भारी वर्षा के कारण 02 मकान क्षतिग्रस्त हो गये। इसमें 02 लोगों की मौत और 01 के घायल होने की खबर है। घायलों को उपजिला चिकित्सालय काशीपुर में भर्ती कराया गया है। मृतकों की पहचान 65 वर्षीय नसीर अहमद पुत्र वजीर शाह, 60 वर्षीय मोहम्मदी पत्नी नसीर अहमद के रूप में हुई है। जबकि 18 वर्षीय मंतसा घायल हो गई हैं। वह मृतक नसीर अहमद की पोती है।
बारिश के कारण जौनसार बावर समेत कई स्थानों पर पहाड़ दरक गए हैं। पिछले दो दिनों में राज्य में कुल 222 रूट बंद हो गए हैं। इनमें से 165 रूट खोले गए। बंद 89 मार्गों में से 57 शनिवार को खोल दिए गए हैं। बाकी मार्गों को खोलने का काम जारी है। भूस्खलन के कारण लोनिवि साहिया के स्टेट हाईवे समेत चार, लोनिवि निर्माण खंड देहरादून का एक, लोनिवि चकराता के दो, पीएमजीएसवाई कालसी के तीन मोटर मार्ग बंद खोले जा रहे हैं। मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह का कहना है कि अगले चार दिनों तक प्रदेश में बादल छाए रह सकते हैं। ज्यादातर इलाकों में बारिश जारी रहने का अनुमान है। देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौडी, नैनीताल, बागेश्वर और चंपावत में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में भी भारी बारिश की संभावना है।
नदियों के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए सावधानी बरतने के निर्देश
सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रणजीत कुमार सिन्हा के निर्देश पर राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा जिलाधिकारी हरिद्वार को जिले की नदियों के जलस्तर में वृद्धि की संभावना के दृष्टिगत एहतियात बरतने के निर्देश जारी किये गये हैं।
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अधिकारी, कर्मचारी नहीं बंद करेंगे मोबाइल फोन
केंद्रीय जल आयोग कार्यालय, अधिशाषी अभियंता, हिमालय गंगा प्रभाग, हरिद्वार से प्राप्त दैनिक जल स्तर एवं पूर्वानुमान रविवार को बाणगंगा (रायसी) हरिद्वार में जल स्तर बढ़ रहा है। किसी भी आपदा एवं दुर्घटना की स्थिति में त्वरित ऑन-द-स्पॉट कार्रवाई करते हुए सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान के लिए आपदा प्रबंधन आईआरएस प्रणाली के सभी नामित अधिकारियों एवं विभागीय नोडल अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है। सभी राजस्व उपनिरीक्षकों, ग्राम विकास अधिकारियों, ग्राम पंचायत अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में रहने के निर्देश दिए गए हैं, सभी चौकियों, पुलिस स्टेशनों को भी आपदा संबंधी उपकरणों और वायरलेस के साथ हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी-कर्मचारी का मोबाइल फोन बंद नहीं किया जायेगा। उनके वाहनों में आवश्यक उपकरण एवं सामग्री तैयार रखी जायेगी। फंसे होने की स्थिति में खाद्य सामग्री और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था के साथ तैयार रहें।
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