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यूपी पुलिस के निशाने पर अब माफिया बदन सिंह बद्दो, पुलिसकर्मियों को शराब पिला कर हो गया था फरार

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लखनऊः प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ सख्त तेवर अपनाने वाली योगी सरकार के निशाने पर पश्चिमी यूपी का कुख्यात गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो आ गया है। डीजीपी ने पश्चिमी यूपी के कुख्यात गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो पर पांच लाख के ईनाम की सिफारिश शासन को भेजी है। अभी तक यूपी पुलिस ने बदन सिंह बद्दो पर ढाई लाख का ईनाम घोषित किया हुआ था। यूपी पुलिस गैंगस्टर की गिरफ्तारी व उसके साम्राज्य को मिट्टी में मिलाने के लिए हरकत में आ गई है। बदन सिंह 2019 से फरार चल रहा है और उसके नेपाल के रास्ते विदेश भागने की आशंका जताई गई है।

दरअसल, यूपी सरकार की 61 माफियाओं की लिस्ट में इस माफिया का नाम भी शामिल हैं और अतीक-अशरफ के खात्मके के बाद बदन सिंह बद्दो ही यूपी पुलिस की लिस्ट में टाॅप पर है। बद्दो को एक मामले में आजीवन कारावास की सजा मिली थी। पुलिसकर्मियों से सांठ-गांठ कर वह मेरठ में दिल्ली रोड स्थित होटल में शराब पार्टी करने के बाद फरार हो गया था। इसके बाद से पुलिस उसकी देश और विदेश में लोकेशन खंगाल रही है।

विदेश में हो सकता है शातिर –

यूपी पुलिस के अनुसार, इन दिनों उसके विदेश में होने की बात कही जा रही है। बद्दो कई बार इंस्टाग्राम पर पूर्व डीजीपी बृजलाल के खिलाफ पोस्ट डालकर चर्चा में आ चुका है। बद्दो के दुस्साहस की बात की जाए तो वह पूर्व डीजीपी को जान से मारने की धमकी भी दे चुका है। पुलिस ने जब भी उसकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की तो उसकी लोकेशन कभी इंडोनेशिया, कभी मलेशिया तो कभी ऑस्ट्रेलिया में ट्रेस हुई लेकिन उसके बारे में सटीक जानकारी पुलिस अभी तक नहीं जुटा सकी है। जैसे-जैसे अपराध की काली दुनिया से बद्दो ने पैसा कमाया, वैसे ही उसकी लाइफस्टाइल पूरी तरह बदल गई। कभी ट्रक ड्राइवर रहे बद्दो के हाथों में अब राडो और रोलेक्स की घड़ियां होतीं तो आंखों पर महंगा चश्मा लगाता। जब वह घर से निकलता है तो खुद बुलेट प्रूफ बीएमडब्ल्यू में बैठता है और उसके गुर्गे पीछे मर्सिडीज कार चलाते थे। उसके पीछे विदेशी हथियारों से लैस बॉडीगार्ड और बाउंसर खड़े रहते थे। बद्दो एक बार नीदरलैंड की लोकेशन से फेसबुक लाइव आया, लेकिन उसके बाद उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली।

दिनदहाड़े हत्या से चर्चा में आया था बद्दो –

बदन सिंह ने वर्ष 1988 में मेरठ के गुदरी बाजार कोतवाली क्षेत्र में राजकुमार नामक व्यक्ति की दिन-दहाड़े हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड की चर्चा पूरे पश्चिमी यूपी में हुई और यहीं से बद्दो का नाम मेरठ, गाजियाबाद, बागपत और हापुड़ तक पहुंच गया। बदमाशों में चर्चा शुरू हो गई कि बदन सिंह नाम का एक नया गैंगस्टर पैदा हो गया है, जो किसी भी चीज में अपनी उपेक्षा करना पसंद नहीं करता। उसे अपने काम के बारे में बात करना बिल्कुल भी पसंद नहीं था।

मेरठ के वकील रवींद्र गुर्जर लगातार बद्दो के काम में बाधा डाल रहे थे। बद्दो को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। कई बार मना करने पर भी वकील नहीं माना, तो राजकुमार की तरह सरेआम वकील की भी हत्या कर दी गई। पुलिस ने नामजद किया लेकिन दबाव में कार्रवाई नहीं कर सकी। बदन सिंह अपराध पर अपराध करता चला गया। कुछ बाहर आ गए, कुछ अंदर दब गए। 2011 में मेरठ के हस्तिनापुर इलाके में जिला पंचायत सदस्य संजय गुर्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अगले साल केबल नेटवर्क चलाने वाली पवित्रा मैत्रे की हत्या कर दी गई थी। दोनों हत्याओं में बदन सिंह का नाम उछला था। दिल्ली-पंजाब में अपहरण और जमीन हड़पने के दर्जनों मामले दर्ज हैं।

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पुलिसकर्मियों को चकमा देकर हुआ था फरार –

बद्दो ने अपना रुतबा ऐसा बना लिया था कि बड़े-बड़े नेता उसे सलाम करने लगे थे। बचपन जरूर मुफलिसी में बीता लेकिन जवानी में अपराध के जरिए उसने वो सब कुछ हासिल किया, जो अमीरों के पास था। जरायम की दुनिया में कदम रखते ही बद्दों की दुनिया 360 डिग्री घूम गई। उसकी दुनिया ऐसी पलटी कि पुलिस उसे आज तक ढूंढ नहीं पाई। बदन सिंह बद्दो सिर्फ 8वीं तक पढ़ा लेकिन अंग्रेजी में बात करते देखा जा सकता था।

कहा जाता है एक बार पत्रकार ने उससे पूछा कि आप अपराध की दुनिया में क्यों और कैसे आए? तो माफिया बद्दू ने दार्शनिकाें वाले अंदाज में विलियम शेक्सपियर के हवाले से जवाब दिया कि ये दुनिया एक रंगमंच है और हम सब इस मंच की कठपुतली हैं। 28 मार्च 2019 को संजय गुर्जर हत्याकांड में बदन सिंह को फतेहगढ़ जेल से गाजियाबाद की अदालत में लाया गया था। सुनवाई पूरी होने के बाद पुलिस बदन सिंह को वापस फतेहगढ़ जेल ले जाने लगी। बद्दो ने पुलिसकर्मियों को मेरठ के रास्ते फतेहगढ़ जाने के लिए राजी किया। जब वह मेरठ पहुंचे तो कार को उनके हिस्से के थ्री स्टार मुकुट महल होटल में रोक दिया गया। यहां पुलिस के लिए शराब और कबाब का भव्य इंतजाम किया गया था। पुलिसकर्मियों ने इतनी शराब पी कि उनके होश उड़ गए और बद्दो वहां से फरार हो गया।

इन बदमाशों पर बढ़ी इनामी राशि –

प्रयागराज में हुए उमेशपाल हत्याकांड के बाद प्रदेश सरकार ने यूपी के मोस्ट वांटेड बदमाशों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसके लिए बदमाशों पर ईनाम की धनराशि बढ़ाई जा रही है। यूपी पुलिस की वेबसाइट के मुताबिक, मेरठ रेंज के पांच लाख के इनामी अपराधियों में कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के शिवलोकपुरी निवासी विजेंद्र सिंह हुड्डा, बुलंदशहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में बहलीनपुर पन्नीनगर निवासी भूदेव पुत्र महावीर और गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र के रामेश्वर पार्क निवासी दीप्ति बहल हैं।

  • पवन सिंह चौहान

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