मैनपुरीः करहल पहुंचे यूपी के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधा और कहा कि चुनाव के समय बुलडोजर को मरम्मत के लिए भेजा गया है, जिसका इस्तेमाल 10 मार्च के बाद अपराधी और गुंडा तत्वों को सबक सिखाने के लिए किया जाएगा। तीसरे चरण के मतदान के लिए शुक्रवार शाम को प्रचार थम जाएगा। उससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मैनपुरी में दो जनसभाएं की। इस दौरान योगी ने कहा कि पहले बड़े माफिया और गुंडे सत्ता का संचालन करते थे। आज वे सभी जेल के अंदर हैं। जान की भीख मांग रहे हैं।
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योगी ने कहा 10 मार्च के बाद फिर से चलेगा बुलडोजर
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुझसे पूछ रहे थे कि चुनाव के दौरान तो बुलडोजर नहीं चलेगा। मैंने कहा कि कभी कभी बुलडोजर को आराम भी चाहिए। उसको मरम्मत के लिए भेजा गया है। चुनाव में माफिया-गुंडे बिल से बाहर आ गए हैं। अब ये चिन्हित हो गए हैं। 10 मार्च के बाद फिर से बुलडोजर चलेगा। आंतकवादियों के मुकदमे वापस लेने का आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस बार ध्यान रखना कि मैनपुरी की चारों सीटें भाजपा जीतेगी। जो यूपी देश को नेतृत्व देता था, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की सरकारों ने इसकी ऐसी दुर्गति कर दी थी कि इसके अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा हो गया था।
बसपा की खत्म हुई गुंडागर्दी
मुख्यमंत्री ने कहा कि मयन ऋषि की पावन धरती को प्रणाम करता हूं। मैनपुरी भारत की ऋषि परम्परा से जुड़ी है। मैं यहां आता हूं तो महाराजा तेज सिंह की भी याद आती है। उन्होंने कहा कि जब से भाजपा की सरकार आई है। सपा और बसपा की गुंडागर्दी खत्म हो गई है। पहले बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। दंगे होते थे। अब दंगा नहीं होता। कोई कोशिश करता है तो उसका पोस्टर चौराहों पर लग जाता है। जब अखिलेश यादव की सरकार बनी थी तो पहला काम प्रभु श्रीराम के मन्दिर पर हमला करने वाले आतंकियों को छोड़ने का काम किया था। हमने किसानों का ऋण माफ किया। हमने कोरोना काल में फ्री में दवा, उपचार और वैक्सीन फ्री में दी।
अखिलेश कहते थे ये तो मोदी वैक्सीन है। इस बार आप भी कह देना कि वोट भी भाजपा को ही देंगे क्योंकि जान तो भाजपा की वैक्सीन से बची है। भाजपा जो कहती है वो करके दिखाती है। हम तो राष्ट्र हित के हिसाब से बिना भेदभाव से काम करते हैं। उन्होंने कहा कि 2012 में सत्ता में आने के बाद समाजवादी सरकार ने सबसे पहला काम आतंकवादियों के मुकदमों को वापस लेने का किया था। उनकी संवेदना किसान-नौजवान के साथ नहीं थी। रोजगार और सुरक्षा के लिए नहीं थी। विकास के लिए नहीं थी। सपा की संवेदना अयोध्या में राम जन्मभूमि पर आतंकी हमला करने वालों के साथ थी।
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