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UP: चलती कार में BJP विधायक का हार्ट अटैक से निधन, मीटिंग के लिए जा रहे थे लखनऊ

लखीमपुर खीरीः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की गोला विधानसभा सीट से विधायक अरविंद गिरि का मंगलवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। बताया जा रहा है कि विधायक अरविंद गिरि कार से लखनऊ के जा रहे थे। चलती गाड़ी में उन्हें हार्ट अटैक आ गया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनका निधन हो चुका था।

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मिली जानकारी के मुताबकि विधायक अरविंद गिरि मंगलवार की सुबह लखीमपुर खीरी जिले के गोला से लखनऊ के लिए मीटिंग में निकले थे। वहीं सिधौली के पास चलती गाड़ी में उन्‍हें हार्ट अटैक आ गया। इसके बाद इलाज के लिए उन्‍हें लखनऊ के हिन्द हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने भाजपा विधायक को मृत घोषित कर दिया। खबर फैलने के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है।

सीएम योगी ने जताया दुख

वहीं खीमपुर खीरी के गोला से पांच बार विधायक रहे अरविंद गिरी का आकस्मिक निधन से राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई। गोला में उनके निधन की सूचना के बाद लोगों का जुटान शुरू हो गई है। इस बीच उत्तर प्रदेस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। सीएम योगी ने अपने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी जिले के गोला विधानसभा सीट से भाजपा विधायक अरविंद गिरि का निधन अत्यंत दुखद है। मेरी शोक संवेदनाएं संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्रीराम दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।

अरविंद गिरि का राजनीतिक करियर

यूपी के गोला गोकरणनाथ में 30 जून 1958 को जन्मे अरविंद गिरि ने अपने राजनीति करियर की शुरुआत 1994 में समाजवादी पार्टी से की थी। 1995 में चुनाव जीतकर गोला नगर पालिकाध्यक्ष बने। इसके बाद 1996 में पहली बार सपा के टिकट पर जीतकर विधायक बने। 2002 में फिर सपा के टिकट पर दूसरी बार विधायक बने। इसके बाद 2005 में सपा शासनकाल में ही अनुध वधू अनीता गिरि को जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित कराया। फिर 2007 में नगर पालिका परिषद गोला के अध्यक्ष पद पर पत्नी सुधा गिरि को जिताया। इसके साथ 2007 में तीसरी बार विधायक बने। फिर 2022 में भाजपा से पांचवीं बार विधायक निर्वाचित हुए। इसके अलावा 2007-2009 में प्रदेश के स्थानीय निकायों के लेखा परीक्षा प्रतिवेदनों की जांच सम्बन्धी समिति के सदस्य रहे।

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