नौकरी के सहारे युवाओं का दिल जीतने की कोशिश

भोपाल: मध्य प्रदेश में बीते कुछ अरसे से सरकारी नौकरियों में लंबित नियुक्तियों का मामला सरकार के लिए मुसीबत बना हुआ है। विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है तो सफल अभ्यार्थी भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। सरकार के खिलाफ बढ़ती नाराजगी को कम करने और युवाओं का दिल जीतने के लिए नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ज्ञात हो कि राज्य में सबसे ज्यादा जोर वर्ष 2018 में हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा के सफल अभ्यार्थियों की नियुक्ति न होने का मामला था। चयनित शिक्षक लगातार आंदोलन किए जा रहे थे और विपक्ष भी सरकार पर हमलावर रहा है। इतना ही नहीं राजधानी में सड़क से लेकर मुख्यमंत्री के आवास तक पर प्रदर्शन का दौर चला। भाजपा कार्यालय तक पर पहुंचकर यह युवा प्रदर्शन कर चुके थे।

इसी बीच सरकार ने चयनित शिक्षकों की सूची जारी कर नियुक्ति प्रक्रिया तेज करने की कार्रवाई शुरू की है। बीते दिनों शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 में उच्च माध्यमिक शिक्षक तथा माध्यमिक शिक्षकों के कुल 12,043 पदों की अंतिम चयन सूची जारी की गई है। इसमें 8,342 उच्च माध्यमिक शिक्षक और 3,701 माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं। चयन सूची और प्रतीक्षा सूची का पूर्व में प्रकाशन किया गया था, जिसमे शामिल अभ्यर्थियों के दस्तावेजों के सत्यापन उपरांत उपर्युक्त पदों की अंतिम चयन सूची जारी की गई है।

इसके साथ ही राज्य में संविदा नर्स की भी भर्ती की गई है। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण और स्वास्थ्य संस्थाओं में स्टॉफ की पर्याप्त उपलब्धता के लिये लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। इसी क्रम में स्वास्थ्य संस्थाओं में रिक्त पदों पर 2642 संविदा स्टॉफ नर्स की नियुक्ति की गई है। संविदा स्टॉफ नर्स की नियुक्ति एनएचएम द्वारा संविदा शर्तों के आधार पर की गई है। संविदा नर्सों की नियुक्ति के लिये ऑनलाइन आवेदन-पत्र आमंत्रित किये गये थे। निर्धारित मापदण्डों के आधार पर यह नियुक्तियां की गई हैं।

कांग्रेस के प्रवक्ता सैयद जाफर का कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा तीन साल बाद 12,043 चयनित शिक्षकों की चयन सूची जारी की है। जिसके लिए प्रदेश सरकार का धन्यवाद। साथ ही इस बात की उम्मीद करते है कि आने वाले समय में लाखों बेराजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार गहरी नींद से जागते हुए बेरोजगारों के हित में जल्द निर्णय लेगी।

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एक तरफ जहां सरकारी विभागों में नियुक्तियां हो रही हैं, वहीं निजी संस्थानों में रोजगार मुहैया करने के मकसद से जगह-जगह रोजगार मेले लग रहे हैं। इन मेलों में सक्षम और योग्य युवाओं का चयन किया जा रहा है। सरकार युवा वर्ग की सबसे बड़े समस्या रोजगार का निदान करने में लगी हुई है, ताकि इस वर्ग में किसी तरह का असंतोष न पनपे।

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