ट्रंप की बाइडन को सलाह, स्कूली बच्चों की सुरक्षा पर पैसा खर्च करें राष्ट्रपति

ट्रंप

वाशिंगटनः दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका अपनी बंदूक संस्कृति की वजह से दशकों से लहूलुहान हो रहा है। अब तो व्हाइट हाउस तक इस व्यवस्था से दहल गया है। सारा देश खून के आंसू बहा रहा है। अमेरिका के टेक्सास के यूवाल्डे शहर में एक बार फिर बंदूक की गोलियों ने रॉब एलिमेंट्री स्कूल में पढ़ने वाले 18 बच्चों का जिस्म छलनी कर दिया गया। अमेरिका में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इस देश में बंदूक संस्कृति और नस्लभेद का दानव अब तक हजारों लोगों को निगल चुका है।

ये भी पढ़ें..Bihar: 50 लाख की शराब के साथ 5 तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़े, लाखों की नकदी भी बरामद

वहीं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बंदूक संस्कृति के खिलाफ देश में उठ रही आवाज के बीच राष्ट्रपति जो बाइडन को सलाह दी है कि वो स्कूली बच्चों की सुरक्षा पर पैसा खर्च करें। ट्रंप ने टेस्सास प्रांत के ह्यूस्टन शहर में नेशनल राइफल एसोसिएशन (एनआरए) के वार्षिक सम्मेलन में शुक्रवार को कहा कि जब अमेरिका यूक्रेन को 40 अरब डालर का सहायता पैकेज दे सकता है तो उसे बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।

ट्रप ने टेक्सास के उवाल्डे में एक प्राथमिक विद्यालय में छात्रों के समूह पर की गई गोलीबारी को ‘जंगली और बर्बर अत्याचार’ बताते हुए कहा इस घटना ने हर अमेरिकी की अंतरात्मा को झकझोर है। उल्लेखनीय है कि इस गोलीबारी की घटना में 19 बच्चों और दो शिक्षकों की मौत हो गई थी। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस सम्मेलन में बंदूक अधिकार लाबिंग समूह के पक्ष में खड़े नजर आए। उन्होंने स्कूलों में सुरक्षा बढ़ाने के उपायों का समर्थन नहीं करने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के खिलाफ हमला किया। स्कूली बच्चों की हत्या के बाद देश में मजबूत बंदूक नियंत्रण उपायों की तेज पकड़ती मांग के बीच ट्रंप ने एनआरए के वार्षिक सम्मेलन को रद्द करने के आह्वान को खारिज कर दिया।

अल जजीरा ने इस सम्मेलन पर ट्रंप के हवाले से कहा, ‘हर बार जब कोई परेशान या पागल व्यक्ति इस तरह का घृणित अपराध करता है, तो हमारे समाज में कुछ लोग अपने चरम राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए दूसरों की पीड़ा का उपयोग करने के लिए हमेशा एक अजीब प्रयास करते हैं।’ उन्होंने बंदूक कानून सुधारों की वकालत करने वालों का जिक्र करते हुए कहा- ‘इससे भी अधिक प्रतिकारक है कि सामूहिक हिंसा करने वाले खलनायकों से दोष हटाने और उस दोष को लाखों शांतिपूर्ण, कानून का पालन करने वाले नागरिकों के कंधों पर डाल दिया जाए, जो हमारे अद्भुत एनआरए जैसे संगठनों से संबंधित है।

पूर्व राष्ट्रपति ने बंदूक सुधार पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय स्कूलों की सुरक्षा बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अगर संयुक्त राज्य अमेरिका के पास यूक्रेन भेजने के लिए 40 बिलियन अमरीकी डालर हैं, तो हमें अपने बच्चों को घर पर सुरक्षित रखने के लिए जो कुछ भी करना होगा।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)