सीनियर ऑफिसर के उत्पीड़न से परेशान होकर आरएफओ ने खुद को मारी गोली

अमरावतीः अमरावती के मेलघाट टाइगर रिजर्व (एमआरटी) में तैनात 28 वर्षीय महिला रेंज वन अधिकारी ने आत्महत्या कर लिया। उन्होंने अपने कथित सुसाइड नोट में भारतीय वन सेवा के वरिष्ठ अधिकारी पर यौन उत्पीड़न और अत्याचार का आरोप लगाया है। 28 वर्षीय आरएफओ दीपाली चव्हाण-मोहिते ने अपने सर्विस रिवाल्वर से टाइगर रिजर्व के पास हरिसल गांव में अपने सरकारी क्वार्टर में खुद को गोली मार ली। बंदूक के साथ उनका खून से लथपथ शव देख रिश्तेदारों और सहयोगियों के होश उड़ गये। वन माफियाओं के खिलाफ अपनी निडरता के लिए ‘लेडी सिंघम’ के नाम से प्रसिद्ध एक सख्त अधिकारी, दीपाली के पति राजेश मोहिते चिखलधारा में एक ट्रेजरी ऑफिसर के रूप में पोस्टेड हैं, जबकि उनकी मां सतारा गई हुई थीं, जब उन्होंने इस घातक कदम उठाया।

इससे पहले दीपाली के परिवार ने सुसाइड नोट में नामजद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किए जाने तक अंतिम संस्कार के लिए उनके शव को लेने से इनकार कर दिया। अमरावती पुलिस ने डिप्टी कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट (डीसीएफ) विनोद शिवकुमार को हिरासत में लिया है। दीपाली ने अपने चार पन्नों के सुसाइड नोट में शिवकुमार के बारे में लिखा है और कड़ी कार्रवाई की मांग की है, ताकि कोई ओर दूसरा इसका शिकार न बने। पिछले दिनों कई मौकों पर दीपाली ने शिवकुमार के बारे में अपने वरिष्ठ, एमटीआर फील्ड निदेशक, एम.एस. रेड्डी (आईएफएस) को शिकायत की थी, जिन्होंने कथित तौर पर उनकी दलीलों को नजरअंदाज किया।

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दीपाली ने शिवकुमार की शराब पीने की आदतों पर प्रकाश डाला था। साथ ही कहा था कि वह सार्वजनिक और निजी तौर पर उनके साथ अभद्र व्यवहार करता था और फीजिकल होने का संकेत देता था। हालांकि दीपाली ने उसे बार-बार फटकार लगाई, जिसकी कीमत उन्हें कठिन वर्क शेड्यूल, उत्पीड़न और एक माह की सैलरी को होल्ड करके चुकानी पड़ी थी।