Home उत्तर प्रदेश ट्रकों के अवैध पार्किंग से निपटने के लिए बनेगा ट्रांसपोर्ट नगर: मंडलायुक्त

ट्रकों के अवैध पार्किंग से निपटने के लिए बनेगा ट्रांसपोर्ट नगर: मंडलायुक्त

झांसीः मंडलायुक्त डाॅ आदर्श सिंह की अध्यक्षता में झांसी विकास प्राधिकरण की 84वीं प्राधिकरण बोर्ड की बैठक आयुक्त सभागार में आयोजित की गई। बैठक में सांसद झांसी ललितपुर लोकसभा क्षेत्र अनुराग शर्मा, सदर विधायक रवि शर्मा बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा, एमएलसी रमा निरंजन, प्रतिनिधि माननीय सभापति विधान परिषद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की विशेष उपस्थिति रही।

बैठक में महायोजना-2031 पर प्राप्त 874 आपत्तियों के निस्तारण हेतु समिति द्वारा दिए गए सुझावों पर अनुमोदन प्रदान करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि झांसी नगर में ट्रकों के अनुचित पार्किंग एवं ओवरलोड की समस्या के निराकरण हेतु ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना के लिए योजना के अनुसार विधिक रीति से राजस्व विभाग के माध्यम से पैमाईश कर भूमि का बंटवारा कराया जाये।
झांसी विकास प्राधिकरण (जेडीए) उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख एजेंसी है जो झांसी के नियोजित और सतत विकास की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। झांसी विकास प्राधिकरण शहर के लिए मास्टर प्लान की तैयारी और कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार है। यह पर्यावरण संरक्षण और मातृ शहर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के अलावा झांसी के लिए ढांचागत और बुनियादी सुविधा विकास करता है। जेडीए के लक्ष्य और उद्देश्य उनकी अल्पकालिक और दीर्घकालिक योजना दोनों में दूरगामी हैं। जनसंख्या की भीड़ को कम करने के लिए जेडीए की योजना प्राथमिक उद्देश्य है। प्रति हेक्टेयर प्रतिबंधित व्यक्तियों की योजना प्रस्तावित की गई है।

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उन्होंने झांसी के बारे में बताया कि झांसी भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश में एक ऐतिहासिक शहर है। यह उत्तर प्रदेश के चरम दक्षिण में, पहुज नदी के तट पर बुंदेलखंड के क्षेत्र में स्थित है। यह नगर झांसी का प्रशासनिक मुख्यालय है, जिससे यह बुंदेलखंड का गेटवे कहा जाता है। झांसी पहुज और बेतवा नदियों के बीच 285 मीटर (935 फीट) की औसत ऊंचाई पर स्थित है। यह नई दिल्ली से लगभग 415 किलोमीटर (258 मील) और दक्षिण में 99 किलोमीटर (62 मील) है। शहर का प्राचीन नाम बलवंतनगर था। 1817 से 1854 तक झांसी की रियासत की राजधानी थी जिस पर मराठा राजाओं का शासन था।

1854 में ब्रिटिश गवर्नर जनरल द्वारा राज्य पर कब्जा कर लिया गया थाय दामोदर राव के सिंहासन के दावे को खारिज कर दिया गया था लेकिन रानी लक्ष्मीबाई ने जून 1857 से जून 1858 तक इस पर शासन किया। बैठक में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार, उपाध्यक्ष झांसी विकास प्राधिकरण आलोक यादव, सदस्य जीडीए सुबोध गुबरेले, संजीव श्रृंगीऋषि, सुधीर सिंह सहित समिति के अन्य सदस्य एवं संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे। बैठक समापन के समय सचिव झांसी विकास प्राधिकरण द्वारा उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं सदस्य गणों का आभार व्यक्त किया गया।

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