नई दिल्ली: भाजपा ने केजरीवाल सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा है कि शिक्षकों को सिर्फ फिनलैंड में ट्रेनिंग के लिए भेजने से शिक्षा में सुधार नहीं होगा, बल्कि इसके लिए दिल्ली के सभी स्कूलों में पूरे शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक नियुक्त करने होंगे।
दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने शिक्षा सुधार के नाम पर केजरीवाल-सिसोदिया की सरकार पर केवल कॉस्मेटिक लीपा-पोती करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ पुराने स्कूलों के भवन का नवीनीकरण किया गया है, तो कहीं मेगा पैरेन्ट्स टीचर्स मीटिंग के नाम पर दिखावा किया है, जबकि असल में जमीनी स्तर पर पिछले आठ सालों में दिल्ली में स्कूलों की संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई है बल्कि स्कूल मर्जर की आड़ में स्कूलों की संख्या कम कर दी गई है।
सचदेवा ने आगे कहा कि यह खेदपूर्ण है कि दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की बजाए अरविंद केजरीवाल-मनीष सिसोदिया सरकार शिक्षा पर राजनीति करती है। केजरीवाल-सिसोदिया सरकार दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था की तुलना फिनलैंड की शिक्षा व्यवस्था से करती है जबकि सच ये है कि दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था आज पूरी तरह से लचर है और वे सरकार को दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था पर भाजपा से खुली बहस की चुनौती देते हैं।
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सचदेवा ने कहा है कि केजरीवाल-सिसोदिया को यह समझना होगा कि शिक्षा में सुधार शिक्षको को फिनलैंड में ट्रेनिंग के लिए भेजकर दिलाने से नहीं होगा बल्कि दिल्ली के सभी स्कूलों में पूरे शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक नियुक्त करने से होगा। हैप्पीनेस क्लास आवश्यक है पर साथ में सभी विषयों की सभी क्लासेज हो, यह ज्यादा आवश्यक है। आज दिल्ली के 90 फीसदी सरकारी सीनियर सेकेन्ड्री स्कूलों में विज्ञान एवं कॉमर्स नहीं पढ़ाया जा रहा है। उन्होंने पूछा कि क्या यह सच नहीं कि दिल्ली सरकार के पास 57 प्लॉट स्कूल निर्माण के लिए उपलब्ध हैं, पर गत आठ सालों में दिल्ली में सरकार ने एक भी नए स्कूल को स्वीकृत नहीं किया है। गत एक साल से अधिक समय से नवोदय विद्यालय समिति ने दिल्ली में सभी 14 रेवेन्यू जिलों में एक-एक स्कूल स्वीकृत किया हुआ है पर सरकार ने आज तक एक भी स्कूल के लिए भूमि नहीं दी जबकि उसके पास 57 प्लॉट उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा लगातार मांग करती रही है कि दिल्ली में गेस्ट टीचर्स को नियमित किया जाए पर दिल्ली सरकार उनको नियमित करने के लिए कोई ठोस प्रस्ताव नहीं लाती, यहां तक कि उनके एक साथ एक वर्ष का अनुबंध तक नहीं करती पर आज केजरीवाल-सिसोदिया सरकार ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर गेस्ट टीचर्स के सम्मान की बात की है। दिल्ली भाजपा मांग करती है कि उनकी नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक सभी गेस्ट टीचर्स को लगातार बिना ब्रेक के अनुबंध दिया जाए।
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