Union Budget : वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए आम बजट पर व्यापारियों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया व्यक्त की है। व्यापारियों को बजट से जैसी उम्मीद थी, उस पर वह खरा नहीं उतर सका। GST का सरलीकरण न होने और GST स्लैब कम न होने से व्यापारी वर्ग निराश है। इस दिशा में सरकार द्वारा बजट में कोई पहल न किए जाने से व्यापारियों ने निराशा व्यक्त की, वहीं बजट में छोटे व्यापारी व नौकरीपेशा लोगों को 12 लाख रुपए तक की आय पर टैक्स में छूट देने की घोषणा को व्यापारियों ने सराहा। सरकार के इस कदम की व्यापारियों, उद्यमियों, अर्थशास्त्रियों, सीए, महिलाओं और युवाओं ने एक सुर में सराहना की। वहीं बहुत से कारोबारियों ने बजट को अच्छा बताया है।
Union Budget : क्या बोले व्यापारी
– वित्तमंत्री ने एक ओर तो 12 लाख रुपए तक न्यू टैक्स स्कीम में छूट की घोषणा की है, तो दूसरी ओर एक सप्ताह बाद ही नए इनकम टैक्स कानून की भी बात कही है। उक्त कानून को बजट पेश करने से पहले आना चाहिए था, तब तो बात समझ में आती। सरकार के पिछले रिकाॅर्ड को देखते हुए यह भरोसा करना मुश्किल लगता है। अन्य देशों में ई-कॉमर्स से खुदरा व्यापार को बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन सरकार द्वारा इस विषय पर कोई ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है।
अमरनाथ मिश्र,
अध्यक्ष, लखनऊ व्यापार मंडल
– महाकुंभ के बाद अब मोदी सरकार ने महाछूट का बड़ा उपहार भारत के मध्यम वर्गीय करदाताओं को दिया है। आजाद भारत में आयकर में एकमुश्त इतनी बड़ी राहत पहले कभी नहीं मिली। 12 लाख तक की सालाना आय अब आयकर से मुक्त होगी। मखाना बोर्ड की स्थापना एक बहुप्रतीक्षित व सराहनीय कदम है। भारत पहले ही मखाने के उत्पादन और निर्यात में विश्व में शीर्ष पर है।
मनीष खेमका, चेयरमैन,
ग्लोबल टैक्सपेयर्स ट्रस्ट,
सदस्य GST ग्रीवांस रिड्रेसल कमेटी
– आम बजट से व्यापारियों को बहुत आशा थी, लेकिन बजट पेश होने के बाद सभी व्यापारियों के हाथ निराशा लगी है। 12 लाख रुपए तक की इनकम को टैक्स फ्री किए जाने से लोगों के खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी, जिसका सीधा फायदा व्यापारियों को पहुंचेगा। लेबर इंटेंसिव सेक्टर के लिए सरकार ने प्रोत्साहन योजना लाने की घोषणा की है। सरकार का यह एक सराहनीय कदम है।
राजकुमार यादव,
प्रदेश अध्यक्ष,
सर्वहित व्यापार मंडल
– आजाद भारत का सबसे ऐतिहासिक और शानदार बजट पेश हुआ है। कस्टम ड्यूटी को कम किए जाने से कपड़ा, इलेक्ट्रिक वाहन, इलेक्ट्राॅनिक वस्तुएं, मोबाइल सस्ते होंगे। शहरों के विकास के लिए एक लाख करोड़ रुपए की धनराशि की व्यवस्था किया जाना, टीसीएस 07 लाख से बढ़ाकर 10 लाख किया जाना, विदेश से प्राप्त आय पर टैक्स छूट बढ़ाना, 20 हजार करोड़ रुपए नए उद्योगों को स्थापित करने के लिए अतिरिक्त दिया जाना, देश के चमड़े और खिलौना उद्योग को बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएं निश्चित रूप से सराहनीय कदम है।
संदीप बंसल,
राष्ट्रीय अध्यक्ष,
अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल
– वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 12 लाख रुपए तक की आय को आयकर से मुक्त रखने की घोषणा से सभी को लाभ मिलेगा। यह देश की जनता की बहुप्रतिक्षित मांग थी। बजट में वित्तमंत्री ने परम्परागत व्यापारियों की कोई चर्चा नहीं की और व्यापारियों को सीधे-सीधे कुछ भी लाभ नहीं दिया। देश को ई-कॉमर्स पॉलिसी और रिटेल ट्रेड पॉलिसी की सख्त जरूरत है, लेकिन वित्त मंत्री द्वारा बजट में इस पर भी कुछ नहीं किया गया।
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संजय गुप्ता,
प्रदेश अध्यक्ष,
आदर्श व्यापार मंडल
– केंद्रीय बजट किसान, मैन्युफैक्चरिंग फूड, मखाना आदि के कारोबार को बढ़ाने वाला बजट है। सूक्ष्म और लघु उद्योग के लिए वित्त मंत्री द्वारा की गई घोषणाओं से चिकन इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा। किसान क्रेडिट कार्ड की ऋण सीमा बढ़ने और प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना से किसानों को लाभ होगा। इनकम टैक्स में 12 लाख तक छूट की घोणना ने उम्मीद से ज्यादा खुशी दी है।
योगेंद्र सिंह,
प्रदेश युवा महामंत्री,
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल
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