रांची: चतरा पुलिस ने सिमरिया थाना क्षेत्र के कासीयातु जंगल में अभियान चलाकर टीपीसी के जोनल कमांडर भैरव गंझू उर्फ भास्कर उर्फ वीरप्पन को गिरफ्तार किया है। उसके पास से अमेरिकन राइफल, एसएलआर, कारतूस समेत कई सामान जब्त किये गए हैं। इस संबंध में गुरुवार को चतरा एसपी राकेश रंजन ने पत्रकारों को बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि सिमरिया थाना क्षेत्र के कासियातु जंगल में टीपीसी उग्रवादी रिजनल कमांडर आक्रमण के नेतृत्व में किसी घटना को अंजाम देने के लिये एकत्रित हुए हैं। सूचना पर एसडीपीओ अशोक कुमार प्रियदर्शी के नेतृत्व में सीआरपीएफ, क्यूआरटी और जिला पुलिस का संयुक्त टीम का गठन किया गया। कासियातु जंगल में अभियान चलाकर भास्कर गंझू को गिरफ्तार किया गया।
ये भी पढ़ें..अन्तर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी करने वाला युवक गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र के राजगुरु निवासी वीरप्पन पर चतरा, लातेहार और पलामू जिले के विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी, आगजनी सहित 16 मामले दर्ज हैं। वह वर्ष 2021 में पलामू के नागद में चतरा पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल था। अगस्त 2017 में लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र के मकरा गांव में दोहरे हत्याकांड की घटना को अंजाम दिया था, जिसमें अभिमन्यु सिंह की पत्नी रीता और बेटी सपना की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। रात को नकाबपोश उग्रवादी वर्दी में पहुंचे थे।
जिला परिषद प्रत्याशी की हत्या में शामिल –
गिरफ्तार उग्रवादी 15 जून को लावालौंग में जिला परिषद प्रत्याशी विक्रम रजक की हुई हत्या मामले में शामिल था। विक्रम की हत्या नक्सली संगठन टीएसपीसी ने की थी। विक्रम टीएसपीसी के विरोध में जाकर चुनाव लड़ा था। इसी खुन्नस में टीएसपीसी के कमांडर आक्रमण गंझू एवं भास्कर उर्फ वीरप्पन उर्फ भैरो गंझू के निर्देश पर टीएसपीसी के कमांडर देवेंद्र उर्फ मणिकांत उर्फ चौधरी ने अपने तीन सहयोगियों के साथ मिलकर विक्रम की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना में शामिल चारों उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया था लेकिन भास्कर गंझू फरार चल रहा था।
अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक औरट्विटरपर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…