उज्जैनः महाकालेश्वर मंदिर में गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी कांवड़ यात्रियों का प्रवेश नहीं होगा। उज्जैन जिले में कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित रहेगी, वहीं जिले के बाहर से आने वाले किसी भी कांवड़ यात्रा को उज्जैन में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यह जानकारी प्रशासक सह एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने दी।
उन्होंने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी जिले में कांवड़ यात्राओं को प्रतिबंधित किया गया है। इस संबंध में आदेश शीघ्र ही जारी हो जाएगा। उन्होंने बताया कि श्रावण मास में जिले से बाहर से कांवड़ यात्राएं उज्जैन आती है। इन यात्राओं को भी उज्जैन में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
श्रावण महोत्सव निरस्त..सवारी निकलेगी छोटे मार्ग से
सूर्यवंशी ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल के तहत इस वर्ष भी श्रावण मास के प्रति रविवार की शाम को महाकाल प्रवचन हाल में होने वाले श्रावण महोत्सव समारोह को निरस्त कर दिया गया है। वहीं श्रावण एवं भादौ मास में निकलने वाली सवारियों को गत वर्ष की तरह छोटे मार्ग से निकाला जाएगा। सवारी महाकाल मंदिर से हरसिद्धि मंदिर होकर रामघाट पहुंचेगी। वापसी में हरसिद्धि की पाल से हरसिद्धि मंदिर होकर महाकाल मंदिर आएगी। इस सवारी में फिलहाल यही तय किया गया है कि श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध रहेगा। लाइव प्रसारण द्वारा वे सवारी दर्शन कर सकेंगे।
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श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने पर हो रहा है विचार
सूर्यवंशी ने बताया कि श्रावण मास में देशभर से श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। अभी केवल 3500 श्रद्धालुओं की बुकिंग ही प्रतिदिन ऑनलाइन की जा रही है। संभावना है कि श्रावण मास प्रारंभ होने से पूर्व कलेक्टर सह मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष आशीष सिंह द्वारा इस संबंध में निर्णय लिया जाए और श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाई जाए।