भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) मानवाधिकार आयोग ने शिवपुरी जिले में बिजली गिरने से खेत में काम कर रहे तीन मजदूरों की मौत के मामले में संज्ञान लिया है। मामले में आयोग ने कलेक्टर शिवपुरी से मामले की जांच कर शासन की योजना/नियमों के अनुसार मृतक के कानूनी उत्तराधिकारियों को देय मुआवजा राशि के संबंध में एक माह के भीतर जवाब मांगा है।
खेत मालिक ने सभी को पहुंचाया अस्पताल
आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मंगलवार को शिवपुरी जिले के कोलारस थाने के टीला कलां गांव में चौहान कृषि फार्म हाउस पर काम करते समय बिजली गिरने से संजय आदिवासी, जसवन्त आदिवासी और सानन केवट घायल हो गये। वही फार्म हाउस में काम कर रहे मजदूरों ने तुरंत घटना की जानकारी खेत मालिक को दी। खेत मालिक ने तीनों मजदूरों को अपने वाहन से शिवपुरी जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां जसवंत और संजय की मौत हो गई, जबकि सानन का इलाज चल रहा है। वहीं, परिजनों ने बताया कि घायल मजदूरों को लाने के लिए एंबुलेंस नहीं पहुंची। उन्हें ट्रैक्टर से अस्पताल लाना पड़ा। वहीं दूसरा मामला पोहरी थाना क्षेत्र के सलोदा गांव का है। यहां खेत पर काम करते समय राकेश जाटव पर आकाशीय बिजली गिरी। परिजन उसे तुरंत जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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अस्पताल में इंजेक्शन के रिएक्शन से कांस्टेबल की मौत
ग्वालियर शहर के झाँसी रोड स्थित श्रीराम कॉलोनी स्थित नवनिर्मित शुभम हॉस्पिटल में भर्ती आरक्षक सोनू पांडे की मौत हो गई। कॉन्स्टेबल को पीठ दर्द के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों का गंभीर आरोप है कि इंजेक्शन लगाने के बाद रिएक्शन शुरू हो गया, जिससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि सोनू को पहले जयारोग्य अस्पताल ले जाया गया, लेकिन यहां डॉक्टर की सलाह पर सिपाही को शुभम अस्पताल में भर्ती कराया गया। जयारोग्य अस्पताल का वह डॉक्टर कौन है और उसका नाम क्या है? इसकी जानकारी परिजनों को नहीं है।
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