Monsoon Yoga: नई दिल्लीः बारिश के मौसम के दौरान शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। जिसके चलते बीमार रहने की संभावना तेज हो जाती है। बारिश के मौसम में वातावरण में नमी बढ़ जाती है। सूर्य के रोशनी कम ही पृथ्वी पर पड़ती है। जिसके चलते इस मौसम में बैक्टीरिया अधिक पनपने लगते हैं। जिस कारण लोग जल्दी बीमार पड़ जाते है। बरसात के मौसम में पेट से जुड़ी समस्याएं सबसे ज्यादा परेशान करती है। इस दौरान डायरिया, पीलिया, टाइफाइड की दिक्कत होने का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में बारिश के मौसम के दौरान अपनी डाइट का खास ख्याल रखें। घर पर बना साफ स्वच्छ भोजन ही करें। बाहर के खाद्य पदार्थो को अवॉइड करें और फिजिकल एक्टिविटी का भी ध्यान रखें। अगर बारिश की वजह से घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं तो घर पर योग के जरिए खुद को स्वस्थ रखें। घर पर ही कुछ योगासन के जरिए शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
बकासन
इस योगासन को करने के लिए अपनी हथेलियों और घुटनों को फर्श पर रखकर चारों तरफ से शुरुआत करें। अपनी कोहनियों को कंधे के स्तर पर नीचे रखें और अपनी उंगलियों को फैलाएं। अपने घुटनों को अपनी ट्राइसेप्स पर लाएँ। अपने शरीर का वजन अपने ट्राइसेप्स पर डालते हुए आगे की ओर झुकें। धीरे-धीरे अपने दोनों पैरों को जमीन से ऊपर उठाएं और संतुलन बनाएं। इस मुद्रा में खुद को एक मिनट तक छोड़ दें और फिर वापस पैरों को जमीन पर रखकर गहरी सांस लें।
हलासन
सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों को शरीर के पास रखें। हथेलियाँ ज़मीन की ओर रखें। सांस लेते हुए पैरों को ऊपर उठाएं। अब पैर को 90 डिग्री पर ले जाएं। पैरों को ऊपर उठाएं और हाथों से कमर को सहारा दें। अब पैरों को सिर की ओर झुकाते हुए पीछे की ओर ले जाएं। अब हाथों को कमर से हटाकर जमीन पर सीधा रख लें। इस मुद्रा में आप एक मिनट तक रहकर इसे छोड़ सकते हैं।
धनुरासन
सबसे पहले योगा मैट पर पेट नीचे की ओर रखते हुए लेट जाएं। हाथों को बगल में रखें, हथेलियाँ खुली रहें। अब पैरों को थोड़ा फैला लें। गहरी सांस लें और दोनों पैरों को एक साथ उठाएं, घुटनों को मोड़ें और दोनों हाथों से टखनों को पकड़ें। सीधे सामने देखते हुए धीरे-धीरे चेहरे और शरीर को ऊपर उठाएं। इस मुद्रा में 20-30 सेकंड तक रहें और शांति से सांस लें। सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे इस मुद्रा को छोड़ें।
पश्चिमोत्तानासन
इस योगासन के लिए सर्वप्रथम योगा मैट पर बैठ जाएं और पैरों को सीधा रखें। अब गहरी सांस लेते हुए अपने हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और अपनी पीठ सीधी रखें। इस मुद्रा में सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुकना शुरू करें और रीढ़ की हड्डी को मुड़ने न दें। जब आप अधिक झुक नहीं सकते, तो धीरे-धीरे अपनी रीढ़ को मोड़ें और अपने हाथों से पैर की उंगलियों को पकड़ें। सीधे रहें और दोनों पैरों के तलवों को पकड़ें। आप इस मुद्रा को 20-30 सेकंड के लिए छोड़ सकते हैं।
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