खतरनाक प्रदूषण से कराह रहे ये राज्य, सांस लेना हुआ मुश्किल

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच सर्दियों की शुरुआत में ही वायु प्रदूषण बड़ी आफत बन कर दिखाई दे रहा है। वायु प्रदूषण से सबसे ज्यादा देश के उत्तरी राज्य प्रभावित हैं। लगातार दूषित हो रही हवा से घर से लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल होता जा रहा है। यहां घर से बाहर निकलते ही लोगों की आखों में जलन हो रही है। बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते लोगों का दम घुट रहा है। यही नहीं वायु प्रदूषण से इस वक्त देश के कई राज्यों में धुंध छाई हुई है। प्रत्येक दिन दिल्ली-एनसीआर की हवा जहरीली होती जा रही है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) भी खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है।

गौरतलब है कि हर साल दिवाली आने से पहले प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। इस साल भी प्रदूषण में कोई भी सुधार नजर नहीं आ रहा है। लोगों को लगातर घर पर रहने की हिदायत दी जा रही है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में पराली जलाने से लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है। देश के उत्तरी राज्य में लगातार लोग घर से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। तो आइए जानते हैं कि इन राज्यों में वायु गुणवत्ता स्तर की ताजा स्थिति क्या है।

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दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता स्तर 470 तक पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ताजा डाटा के मुताबिक, प्रदूषण से और ज्यादा गंभीर हालात हो गए हैं। सीपीसीबी के मुताबिक, दिल्ली के आनंद विहार इलाके में वायु गुणवत्ता स्तर (Air Quality Index) 484, पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके में 470 पहुंच गया है। इसके साथ ही ओखला फेज-2 में AQI 465 तो वजीरपुर में 468 तक पहुंच गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, दीपावली से पहले हालात और भी खराब होने की आंशका है। विशेषज्ञों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता स्तर में इजाफे की वजह केवल पराली जलाने के साथ-साथ स्थानीय कारक भी जिम्मेदार बताए जा रहे हैं।

यूपी में लगातार बढ़ रहा है एयर क्वालिटी इंडेक्स

यूपी के हाथरस शहर में लगातार धुंध (स्मॉग) बढ़ने से एयर क्वालिटी इंडेक्स भी बढ़ रहा है। पिछले 48 घंटे में AQI 51 प्वाइंट बढ़ गया है। लगातार मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि उत्तर भारत में पराली जलने के साथ स्थानीय स्तर पर वाहनों और उद्योगों से होने वाले प्रदूषण से हालात बिगड़ रहे हैं। कहा जा रहा है कि यही हालात रहे तो दिवाली तक सांस लेना मुश्किल हो सकता है।

आगरा की हवा हुई जहरीली

ताजनगरी में भी दुषित हवा ने लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है। लगातार यहां की हवा जहरीली होती जा रही है। यहां पर एक्‍यूआइ स्तर 400 के पार पहुंच गया है।

बागपत में छाई धुंध की चादर

इसके साथ ही यूपी के बागपत में भी वायु प्रदूषण में कोई सुधार नहीं आ रहा है। यहां पर एक्यूआइ 391 तक पहुंच गया है। वायु प्रदूषण के कारण बागपत में धुंध की चादर छाई हुई है। देश में वायु प्रदूषण के लिहाज से टॉप पर चल रहा है।

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हरियाणा के जींद में वायु प्रदूषण खतरनाक

देश के कई राज्यों में पराली जलाने के चलते वायु प्रदूषण विकराल रुप लेता जा रहा है। हरियाणा की जींद में हवा सबसे अधिक खराब दर्ज की गई है। यहां पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 444 तक पहुंच गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में वायु प्रदूषण के कारण जीवन प्रत्याशा कम होने की औसत दर 1.7 साल हो गई है। दिल्ली में श्वसन रोगों और सांस लेने में समस्या बढ़ने का खतरा 1.7 गुना ज्यादा है और वायु प्रदूषण के कारण हर साल 10 से 30 हजार मौतें दर्ज की जाती हैं।