Home आस्था शंख की आवाज से खत्म होता है नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव

शंख की आवाज से खत्म होता है नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव

नई दिल्लीः हिंदू धर्मशास्त्रों में बताया जाता है कि शंख की आवाज जहां तक जाती है वहां तक नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव खत्म हो जाता है और सकारात्मक शक्तियों का वास हो जाता है। इसलिए रोजाना पूजा संपन्न होने के बाद शंख बजाया जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि जिस घर के मंदिर में शंख रखा होता है। उस घर में कभी भी सुख-समृद्धि की कमी नही होती है। भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को शंख अतिप्रिय है।

आपको पता है कि शंख का प्रयोग कर ग्रहों के अशुभ प्रभाव से भी बचा जा सकता है। सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा आराधना की जाती है और सोमवार को दिन शंख में दूध भरकर भगवान महादेव को चढ़ाना चाहिए। इससे आपका चंद्रमा मजबूत होता है। मंगल ग्रह को साहस और पराक्रम का कारक माना जाता है। मंगल को अनुकूल बनाने के लिए शंख बजाकर सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। बुधवार का दिन बुध ग्रह का माना गया है, इस दिन शंख में जल व तुलसी डालकर शालिग्राम का अभिषेक करने से बुध ग्रह ठीक होता है।

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बृहस्पतिवार को शंख पर केसर से तिलक करके भगवान विष्णु की पूजा करने से गुरू ग्रह शुभ फल प्रदान करता है। गुरू की कृपा से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। शुक्र ग्रह को धन-वैभव और भौतिक सुख सुविधाओं का कारक माना जाता है। इस दिन शंख को सफेद रंग के कपड़े में रखने से आपका शुक्र ग्रह बलवान होता है। यदि आपका सूर्य कमजोर है तो रविवार के दिन शंख में जल भरकर भगवान सूर्य को चढ़ाना चाहिए। इससे आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी।

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