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लखनऊ। राजधानी लखनऊ की पुलिस की काबलियत इसी एक बात से पता चलती है कि जब्त कर लाई गई स्कार्पियो गाड़ी थाने से कुछ बदमाश ले उड़े। कोतवाली में मौजूद पुलिस वाले अपनी आंखों के सामने कानून का चीरहरण होते देखते रहे।
एक काली रंग की स्कार्पियो को एक वकील की रिपोर्ट पर जब्त कर कैसरबाग कोतवाली लाया गया। आरोप था कि गाड़ी में फर्जी तरीके से लखनऊ बार कॉसिल महामंत्री का स्टीकर लगा हुआ था जबकि यह गाड़ी एलबीए के महामंत्री की नहीं थी। जब्त कर गाड़ी कैसरबाग कोतवाली लाई गई, लेकिन कुछ ही देर बाद करीब एक दर्जन दबंग लोग कोतवाली पहुंच कर स्कार्पियों को अपने कब्जे में लेकर चले गए।
दरअसल, कुछ बदमाश शहर में काले रंग की स्कार्पियो में लखनऊ बार एसोसिएशन के महामंत्री का स्टीकर लगाकर रौब गांठ रहे हैं।
वह एसोसिएशन के नाम का बेजा इस्तेमाल कर लोगों को डराने और धमकाने में कर रहे हैं। इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक वकील गोविन्द कनौजिया (जो एलबीए महामंत्री को करीब से जानते हैं) ने एक लालबाग इलाके के पास स्थित नूरमंजिल के पास लखनऊ बार एसोसिएशन महामंत्री के नाम का स्टीकर एक काले रंग की स्कार्पियो जिसका नम्बर यूपी 32 केजेड 5300 था देखा। जहां से गोविन्द ने पुलिस के आलाधिकारियों के साथ वरिष्ठ वकीलों को इसकी सूचना दी। जिसकी रिपोर्ट दर्ज कर कैसरबाग कोतवाली की पुलिस गाड़ी को जब्त कर कोतवाली ले आई।
दबंग थाने से उठा ले गए स्कार्पियो
रात को करीब एक दर्जन दबंग बदमाश कोतवाली पहुंचे और स्कार्पियों साथ लेकर चले गए। जब लखनऊ बार एसोसिएशन के सदस्य वकीलों को इसकी भनक लगी कि गाड़ी कोतवाली से कैसे छोड़ दी गई तो पुलिस ने बताना शुरू कर दिया कि दबंगों ने पुलिस को गुमराह करके गाड़ी लेकर चले गए। इसी लिए दबाव में पुलिस ने हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की बात भी कही है।
कोतवाली में तैनात कांस्टेबल विपिन सिंह भदौरिया के मुताबिक हेड कांस्टेबल अखिलेश संदिग्ध चार पहिया वाहन लेकर आए थे। विपिन ने गाड़ी मालखाने के रजिस्टर में अंकित कर ली थी। रात में दबंगों ने पहले पुलिस को गुमराह किया इसके बाद जबरदस्ती गाड़ी लेकर चले गए। फिलहाल बकौल कुलदीप नारायण मिश्र ने बताया कि परिवहन की बेवसाइट पर यूपी 32 केजेड 5300 की स्कार्पियो गाड़ी बाराबंकी के गांव जमुवा, पोस्ट गडिया बाजार के निवासी रजत श्रीवास्तव के नाम रजिस्टर्ड है। इस गाड़ी के ऊपर एक चालान भी ड्यू है। यह चालान 4 जनवरी 2020 में हुआ था। फिलहाल अभी तक किसी अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान
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