नई दिल्लीः तमिलनाडु में बुधवार को एक सेना का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसा पर्वतीय नीलगिरि जिले के कुन्नूर में हुआ। हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत समेत सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी सवार थे और एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे। तमिलनाडु के कोयंबटूर और सुलूर के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-सीरीज के हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत उनके कर्मचारी और परिवार के कुछ सदस्य भी सवार थे।
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सेना के इस हेलिकॉप्टर पर कुल 14 लोग सवार थे। अब तक 11 लोगों के शव बरामद किए गए जा चुके हैं। वहीं, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कुछ देर में संसद में हादसे को लेकर बयान जारी करेंगे। हादसे के फौरन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दुर्घटना से जुड़ी जानकारी दी गई। फिलहाल भारतीय वायु सेना ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए हैं।
भारतीय वायु सेना की माने तो ये हेलीकॉप्टर IAF Mi17वी 5 सेना का सबसे भरोसेमंद हेलीकॉप्टर है। ये मीडियम लिफ्ट हेलीकॉप्टर भारतीय वायु सेना का एक अहम हिस्सा है। जो कॉम्बैट रोल से लेकर सैनिकों और अधिकारियों को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाने में लगातार अहम भूमिका निभा रहे हैं। आएये जानते हैं इस हेलीकॉप्टर की खासितयों के बारे में…
हेलीकॉप्टर IAF Mi17V 5 की खासियत
बता दें कि हेलीकॉप्टर Mi 17 V5 रशियन हेलीकॉप्टर्स की एक सब्सिडियरी कज़ान हेलीकॉप्टर्स द्वारा तैयार किया गया है। भारतीय वायुसेना के बेडे में शामिल Mi सीरीज के हेलीकॉप्टर्स में ये सबसे उन्नत श्रेणी का हेलीकॉप्टर है। भारतीय वायुसेना इस सीरीज के कई हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करती रही है, जिसमें Mi 26, Mi-24, Mi-17 और Mi 17 V5 शामिल हैं।
इस हेलीकॉप्टर का मुख्य काम ट्रांसपोर्टेशन और सैनिकों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने या युद्ध के क्षेत्र से निकालने और बचाव कार्य आदि में किया जाता है। इसमें जरूरत पड़ने पर हल्के हथियार लगाकर हमलावर भूमिका भी दी जा सकती है।हालांकि भारतीय वायुसेना इसका आमतौर पर इस्तेमाल गैर युद्धक हेलीकॉप्टर में ही करती है।
इसके अलावा हेलीकॉप्टर बेहद ठंडे से लेकर बेहद गर्म माहौल में आसानी से उड़ान भर सकता है।
हेलीकॉप्टर Mi 17 V5 का केबिन काफी बड़ा होता है जिसका फ्लोर एरिया 12 वर्ग मीटर से ज्यादा है।
Mi-17V5 Shturm-V मिसाइल, S-8 रॉकेट, एक 23mm मशीन गन, PKT मशीन गन और AKM सब-मशीन गन से लैस है। इसमें हथियारों को निशाना बनाने के लिए आठ फायरिंग पोस्ट हैं।
Mi-17V5 की अधिकतम गति 250km/H और मानक रेंज 580km है, जिसे दो सहायक ईंधन टैंकों के साथ फिट किए जाने पर 1,065km तक बढ़ाया जा सकता है। यह अधिकतम 6,000 मीटर की ऊंचाई पर उड़ सकता है।
हेलीकॉप्टर इस तरह से डिजाइन किया गया है कि सामान और सैनिको को पीछे के रास्ते तेजी से उतारा जा सके।
इस हेलीकॉप्टर सबसे अच्छी खासियत ये है कि इसमे 4 मल्टीफंक्शन डिस्प्ले दिये गये हैं। ऑन बोर्ड वेदर रडार और ऑटो पायलट सिस्टम भी है जिससे पायलट को काफी मदद मिलती है।
हेलीकॉप्टर Mi 17 V5 भारत की विशेष जरूरतों के आधार पर अपग्रेड किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने साल 2008 में ऐसे 80 हेलीकॉप्टर के लिये 130 करोड़ डॉलर की डील की थी।
यानी भारत ने एक हेलीकॉप्टर की कीमत करीब 76 करोड़ रुपये के चुकाने पड़ी थी।
Mi-17V5 Shturm-V मिसाइल, S-8 रॉकेट, एक 23mm मशीन गन, PKT मशीन गन और AKM सब-मशीन गन से लैस है। इसमें हथियारों को निशाना बनाने के लिए आठ फायरिंग पोस्ट हैं।
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