खूंटी : 64 कलाओं से परिपूर्ण भगवान श्रीकृष्ण के अवतरण का महान पर्व कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami) बुधवार की देर रात तक शहर व आसपास के इलाकों में भक्तिमय माहौल में धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर शहर के कर्रा रोड स्थित रणछोड़ जी ठाकुर जी महाराज मंदिर (ठाकुरबाड़ी) व पिपराटोली के श्रीराम मंदिर, बाबा आम्रेश्वर धाम स्थित राधाकृष्ण मंदिर सहित अन्य मंदिरों व देवालयों में पूरे दिन पूजा-अर्चना का दौर चला। इस मौके पर ठाकुरबाड़ी समेत अन्य मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है।
इन मंदिरों में सुबह से ही पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी। ठाकुरबाड़ी मंदिर में भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया गया। मुख्य समारोह रात 12 बजे हुआ, जब भगवान लड्डू बाल गोपाल का जन्म (Janmashtami) हुआ। भगवान के अवतरित होते ही मंदिर में मौजूद भक्त खुशी से नाचने लगे। इसके बाद उनकी विधिवत पूजा-अर्चना की गई और महाआरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव (Janmashtami) का दौर काफी देर तक चला। जिला मुख्यालय के अलावा तोरपा, कर्रा, रनिया, अड़की, मुरहू प्रखंड मुख्यालय समेत गांवों में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाई गई।
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भाद्रपद माह में इस बार अष्टमी दो दिन होने के कारण वैष्णव संतों के साथ-साथ गृहस्थों द्वारा गुरुवार को भी जन्माष्टमी मनाई जा रही है। उदय तिथि के अनुसार अष्टमी मानने वाले गुरुवार को श्रीकृष्ण जमोत्सव मना रहे हैं। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर तोरपा थाना गेट के सामने स्थित बजरंगबली मंदिर में श्री कृष्ण का जन्मोत्सव (Janmashtami) पूरी श्रद्धा के साथ मनाया गया। देर रात तक भजन-कीर्तन का दौर चलता रहा। संगीतमय भजन-कीर्तन और श्रीकृष्ण के जयकारे से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। भन-कीर्तन पर देर रात तक श्रद्धालु झूमते रहे। आधी रात को बाल गोपाल के जन्म के साथ ही पूरा वातावरण श्रीकृष्ण के जयकारों से गूंज उठा।
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