पार्थ चटर्जी के घर से बड़े-बड़े बैग भरकर फरार हुए चोर, लोग समझते रहे ED ने मारा है छापा

पार्थ चटर्जी

कोलकाताः पश्चिम बंगाल के मंत्री और शिक्षक भर्ती घोटाले में मुख्य आरोपित पार्थ चटर्जी के घर प्रवर्तन निदेशालय की लगातार छापेमारी चल रही है। इस बीच एक चौकाने वाली घटना सामने आई है। गुरुवार को उनके दक्षिण 24 परगना के बगीचे में चोरी की सूचना मिली है। ‘बिश्राम’ (रेस्ट) नाम का बगीचा चटर्जी की बेटी सोहिनी चटर्जी के नाम पर है, जो शादीशुदा है और वर्तमान में विदेश में बस गई हैं। स्थानीय लोगों ने पुष्टि की है कि राज्य के वाणिज्य और उद्योग मंत्री चटर्जी, अपनी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के साथ इस गार्डन-हाउस में अक्सर आते थे, जिनसे WBSSC भर्ती अनियमितताओं के मामले में वर्तमान में ईडी द्वारा पूछताछ की जा रही है।

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बरुईपुर जिला पुलिस के सूत्रों ने बताया कि उन्हें गुरुवार की सुबह स्थानीय लोगों ने बुधवार देर रात हुई चोरी की कोशिश की सूचना दी। उन्होंने कहा कि करीब चार अज्ञात बदमाश एक मिनी ट्रक लेकर आए और उन्होंने बाग-मकान की चार दीवारी को फांदकर बगीचे के मुख्य द्वार का ताला तोड़ दिया। बरुईपुर जिला पुलिस के एक अधिकारी ने नाम जाहिर करने से इनकार करते हुए बताया, “ताला टूटने की आवाज सुनकर कुछ स्थानीय लोग बाहर निकले।

हालांकि नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें चुप रहने की धमकी दी और जल्द ही उन्होंने मिनी ट्रक में महंगे फर्नीचर और फिटिंग सहित कई सामान रख दिए। हमने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि कितने की चोरी हुई।” इस बीच इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है। माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य और पश्चिम बंगाल विधानसभा में वाम दलों के पूर्व नेता सुजान चक्रवर्ती के अनुसार, यह निश्चित रूप से चोरी का एक सामान्य मामला नहीं है। उन्होंने कहा, “बल्कि मेरा मानना है कि केंद्रीय एजेंसी के वहां पहुंचने से पहले ही चोरी जानबूझ कर की गई है।”

गौरतलब है कि पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकाने से ईडी अब तक करीब 50 करोड़ रुपए बरामद कर चुकी है। इतना ही नहीं बुधवार को हुई छापेमारी में ईडी ने 5 किलो सोना भी बरामद किया है। बुधवार (27 जुलाई 2022) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अर्पिता मुखर्जी के दूसरे फ्लैट पर छापा मारा था। यहाँ से ईडी को करीब 28.90 करोड़ रुपए कैश और 5 किलो सोना मिला। इससे पहले 23 जुलाई को अर्पिता के एक अन्य घर से ED ने 21 करोड़ रुपए कैश बरामद किए थे। अर्पिता मुखर्जी का कहना है कि पार्थ चटर्जी उनके घर को ‘मिनी बैंक’ की तरह इस्तेमाल करते थे। अर्पिता ने बताया कि पार्थ चटर्जी उनके घर में ही पैसा रखा करते थे।

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