लखनऊः जिले में सरकारी भूमि से अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज कई तहसील क्षेत्रों में अधिकारियों ने दस्तक दी और सरकारी भूमि से कब्जा हटवा दिया। मोहनलालगंज, सरोजनीनगर, मलिहाबाद व तहसील बीकेटी से सरकारी भूमि पर कब्जे की तमाम शिकायतें जिला प्रशासन के पास पहुंच रही थीं।
जिन जमीनों का उल्लेख किया जा रहा था, वह अभिलेखों में नवीन परती, बंजर, ऊसर, चारागाह तथा तालाब आदि की श्रेणी में दर्ज है। तहसील सरोजनीनगर के अन्तर्गत ग्राम कल्ली पश्चिम और खटोला में ग्राम समाज की भूमि पर कब्जा किया जा चुका था। यहां की कुछ जमीन तालाब के रूप में दर्ज है। इसका कुल रकबा 4.608 हेक्टेयर और बाजार मूल्य 1 करोड़ 87लाख है। इसी प्रकार तहसील मलिहाबाद के ग्राम हसनापुर बलंगड़ा के ग्राम सभा पशुचार में भी सरकारी भूमि पर कब्जा था।
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पशुचार में रकबा 0.503 हेक्टेयर से एवं ग्राम टिकरी कला रघुरामपुर में बीहड़, तालाब की भूमि रकबा 0.565 हेक्टेयर पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर रखा था। इसका बाजार मूल्य 1 करोड़ 25 लाख है। इस जमीन पर अस्थाई अतिक्रमण था। प्रशासन ने यहां अभियान चलाकर कब्जा की गई भूमि को मुक्त करा लिया। तहसील मोहनलालगंज के ग्राम नंदौली में बंजर भूमि पर कब्जे की शिकायतें पहुंच रही थीं। प्रशासन ने रकबा 0.096 हेक्टेयर से अवैध कब्जे को हटवाने में सफलता हासिल की है। इस भूमि की कीमत 4 लाख है। इसी तरह से तहसील बीकेटी के ग्राम करीम नगर व उसरना की नाली, खलिहान, तालाब की भूमि पर भी कब्जा था, इसका कुल रकबा 2.402 हेक्टेयर, जिसका बाजार मूल्य 1करोड़ 2 लाख है। प्रशासन ने अभियान चलाकर इसे भी मुक्त करा लिया।
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