नई दिल्लीः घरेलू शेयर बाजार में आज लगातार चौथे दिन तेजी का रुख बना हुआ है। पॉजिटिव सेंटीमेंट्स के कारण एनएसई का निफ्टी 5 अप्रैल के बाद आज पहली बार 18 हजार अंक के दायरे को पार करने में सफल रहा है। सेंसेक्स भी 60,500 अंक के दायरे को पार करके कारोबार कर रहा है। बजाज फिनसर्व (Bajaj finserv) के शेयरों में दिन के कारोबार के दौरान 8 फीसदी तक का उछाल देखने को मिला। दरअसल बोनस शेयर या फिर स्प्लिट होने की घोषणा के बाद से ही बजाज फिनसर्व के शेयर में अच्छी-खासी तेजी देखने को मिली थी।
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इस लिये बढ़े बजाज फिनसर्व के शेयर
बता दें कि बजाज फिनसर्व (Bajaj finserv) ने अपने इक्विटी शेयरों को 5:1 के अनुपात में स्प्लिट करने का ऐलान किया था। इसका मतलब ये है कि कंपनी के पांच रुपये के फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर के बदले में शेयरहोल्डर्स को एक रुपये के फेस वैल्यू वाले पांच शेयर मिलेंगे। शेयरों को स्प्लिट करने के साथ कंपनी ने 1:1 के अनुपात में बोनस इक्विटी शेयर इश्यू करने का ऐलान किया था। इसका मतलब है कि कंपनी के शेयरहोल्डर्स को हर एक शेयर की होल्डिंग पर एक शेयर बोनस शेयर के रूप में मिलेंगे।
मंगलवार को 12:51 बजे एनएसई पर बजाज फिनसर्व का शेयर 1,786 रुपये पर ट्रेड कर रहा था, जबकि कल यही शेयर 17,138.05 रुपये पर बंद हुआ था। आज स्प्लिट होने के बाद भी यह शेयर अपने खुलने के प्राइस से ऊपर ही ट्रेड कर रहा है। जिन निवेशकों ने बजाज फिनसर्व का शेयर खरीद रखा है, उनमें से बहुत से लोग आज परेशान हैं। परेशानी का कारण है कि इस शेयर में लगभग 90 फीसदी तक की गिरावट दिख रही है। परंतु, आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ये गिरावट नहीं, बल्कि स्टॉक स्प्लिट है। कुछ लोग इसे बोनस शेयर कहते हैं तो कुछ इसे स्टॉक का स्प्लिट होना। परंतु दोनों एक ही हैं।
नितिन कामत ने ट्विट कर समझाया
इस बारे में लोगों की दुविधा का हल करते हुए जेरोधा के को-फाउंडर नितिन कामत ने एक बहुत अच्छा उदाहरण दिया है। उन्होंने ट्वीट किया कि बोनस या स्प्लिट बिलकुल वैसा ही है, जैसे कि 100 ग्राम की एक चॉकलेट की जगह पर 50-50 ग्राम की 2 चॉकलेट्स होना। कुल मिलाकर कोई फर्क नहीं है।
1 के बदल निवेशकों को मिलेंगे 10 शेयर
दरअसल नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) बजाज फिनसर्व का शेयर के स्प्लिट और बोनस के लिए रिकॉर्ड डेट 14 सितम्बर है। एक शेयर के बदले निवेशकों को 10 शेयर मिलेंगे, लेकिन उन शेयरों का रेट भी 10 गुना कम होगा। नितिन कामत ने ट्वीट करते हुए कहा कि जब भी कोई शेयर स्प्लिट होता है तो निवेशकों में पैनिक (डर) या फिर ग्रीड (लालच) फैल जाता है। जिनके पास है, उन्हें रेट कम होने की चिंता होने लगती है, जिनके पास नहीं है वे उसे कम रेट पर उठा लेने के बारे में सोचते हैं।
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