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स्टालिन सरकार के मंत्रियों के विभागों का बंटवारा, देखें किसको मिली क्या जिम्मेदारी

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चेन्नई: तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के प्रमुख मुथुवेल करुणानिधि स्टालिन (एमके स्टालिन) ने आज पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके मंत्रिमंडल में 33 अन्य मंत्रियों में 19 पूर्व मंत्री और 15 नए चेहरों को शामिल किया गया है। स्टालिन के मंत्रिमंडल में दो महिलाओं को भी शामिल किया गया। स्टालिन ने सभी मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी कर दिया है। चेन्नई के पूर्व मेयर को चिकित्सा और परिवार कल्याण विभाग का भार सौंपा गया है। शपथ ग्रहण करने के बाद एमके स्टालिन ने अपने पिता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि के स्मारक पर पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री स्टालिन ने अपनी कैबिनेट में युवाओं और अनुभवी दोनों को शामिल किया है। स्टालिन ने अपने पास गृह विभाग, जनरल एडमिनिस्ट्रेशन, स्पेशल इनीशिएटिव, स्पेशल प्रोग्राम इम्पिलिमेन्टेशन एन्ड वेलफेयर ऑफ डिफरेंटली-एबल्ड पर्सन जैसे विभागों को रखा है। स्टालिन ने चेन्नई के पूर्व मेयर एमए सुब्रमण्यन को चिकित्सा और परिवार कल्याण विभाग सौंपा है। इसके अलावा डीएमके के महासचिव एस दुरिमुरुगन को जल संसाधन मंत्रालय दिया है। स्टालिन के बेटे उदयनिधि के घनिष्ठ सहयोगी अनबिल महेश पोयमोजी को शिक्षा विभाग का प्रभार दिया गया है।

विधायक केएन नेहरू को नगरपालिका प्रशासन, पलानीवेल थियागराजन को वित्त विभाग, ईवीएल वेलू को सार्वजनिक कार्य विभाग, पोनमुडी को उच्च शिक्षा मंत्रालय का प्रभारी बनाया गया हैं। इसके अलावा गीथा जीवन को सामाजिक कल्याण और महिला सशक्तिकरण मंत्रालय और सीवी गणेशन को श्रम कल्याण और कौशल विकास मंत्री, एम मथिवेथन को पर्यटन मंत्री और एन कयालविज़ी सेल्वराज को आदि द्रविड़ कल्याण मंत्री बनाया गया है।

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शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री स्टालिन मरीन बीच पर स्थिति अपने पिता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि के कलाईगनर स्मारक पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। राज्य में छठी बार द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) की सरकार बनी है। सबसे पहले 1967 में डीएमके के संस्थापक सीएन अन्नादुरई पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद स्टालिन के पिता एम करुणानिधि ने मुख्यमंत्री का पद संभाला था और अब स्टालिन ने राज्य में सरकार बनाई है।