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बच्चा चोरी की अफवाह फैलाना अब पड़ सकता है भारी, पुलिस रख रही सोशल मीडिया पर नजर

लखनऊ: सूबे के पुलिस महानिदेशक, डीएस चौहान ने बच्चा चोरी के अफवाहों के प्रसार की रोकथाम व अफवाह फैलाने वाले तत्वों के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई के सम्बन्ध में दिशा निर्देश दिये। यूपी के सहारनपुर में बच्चा चोरी की अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस अब कड़ा एक्शन लेगी। हाल में ही देवबंद में हुई बड़ी घटना के बाद बच्चा चोरी की अफवाह फैलाने वालों को पुलिस ने चेतावनी जारी की है। यूपी में बच्चा चोरी की अफवाह फैलाने वाले अब पुलिस की रडार से नहीं बच सकेंगे। ऐसे अराजकतत्वों की अब खैर नहीं क्योंकि बच्चा चोरी की अफवाह फैलाने के मकसद से मैसेज भेजने वालों और व्हाट्सऐप ग्रुप के खिलाफ पुलिस एक्शन लेने की तैयारी कर चुकी है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय से हर जिले के पुलिस अधिकारी के पास निर्देश जा चुके हैं।

दरअसल, राजधानी लखनऊ समेत सूबे के जिलों में लगातार बच्चा चोरी की अफवाहें सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं। इसी के चलते यूपी के डीजीपी डीएस चैहान और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यव्स्था प्रशांत कुमार ने यूपी पुलिस को मामले को लेकर गंभीर और अलर्ट मोड पर कर दिया है। एक तरफ जहां पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि इन अफवाहों की तरफ ध्यान ना दें और इन अफवाहों को वायरल करने वालों को भी सख्त चेतावनी दी है। वहीं, पुलिस मुख्यालय से सभी जिलों के थानाध्यक्ष को निर्देश जारी हुए हैं कि अपने-अपने क्षेत्र की जनता के बीच लाउडस्पीकर से अनाउंस करें कि व्हाट्सएप ग्रुप पर किसी भी तरह की चल रही फेक वीडियो को देखकर अफवाह ना फैलाएं और किसी के साथ कोई मारपीट न करें।

ग्रुप एडमिन के खिलाफ होगी कारवाई –

पुलिस मुख्यालय से दिए गए निर्देश में कहा गया है कि समस्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों बच्चा चोरी की झूठी अफवाहों को फैलाने वाले तत्वों को चिन्हित कर सख्त से सख्त कार्रवाई करें। साथ ही सोशल मीडिया में बच्चा चोरी की अफवाह पोस्ट करने वालों के खिलाफ के साथ ग्रुप एडमिन के खिलाफ भी होगी कठोर कारवाई सुनिश्चित की जाए। दरअसल, यूपी पुलिस का मानना है कि बच्चा चोरी गैंग के सक्रिय होने की कोई जानकारी नहीं है। पुलिस मानती है कि हो सकता है एक दो घटनाएं हुईं हों, लेकिन किसी गैंग के सक्रिय होने की कोई खबर नहीं है। कई जिलों में बच्चों की चोरी की केवल अफवाह फैलाई जा रही है, जिसे देखते हुए पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है और किसी के साथ मारपीट नहीं करने की अपील भी कर रही है। स्थानीय पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वह जनता को जागरूक करें और बताए कि जब कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे तो पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दें। उसके साथ खुद मारपीट न करें। अगर मारपीट जैसी कोई घटना होती है तो उसके लिए आप लोग खुद जिम्मेदार होंगे।

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इसके साथ ही पुलिस मुख्यालय ने यह भी निर्देश दिए हैं कि बच्चा चोरी की किसी भी घटना की सूचना चाहे वह अफवाह हो या वास्तविक घटना हो उस पर उच्च स्तर की संवेदनशीलता प्रदर्शित करते हुये तत्परतापूर्वक कार्रवाई की जाय। बच्चों के गुमशुदगी व अपहरण के प्रकरणों पर तत्काल प्रथम सूचना रिपोर्ट पंजीकृत कर गम्भीरतापूर्वक विवेचनात्मक कार्रवाई व बरामदगी की जाये।

बच्चा चोरी के लिए किसी व्यक्ति को भीड़ पीटे तो…एनएसए लगाओ –

इस प्रकार की घटना कारित करने वाले भीड़ में शामिल सभी व्यक्तियों की शिनाख्त कर उनके विरूद्ध जीरो टॉलरेन्स की नीति अपनायी जाये। अफवाह फैलाने के आधार पर हिंसा की घटना पर सुसंगत धाराओं में अभियोग भी पंजीकृत किया जाय। हिंसा कारित कर लोक शान्ति भंग करने वाले एवं अफवाह फैलाने वाले अराजकतत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध एनएसए की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

  • पवन सिंह चौहान की रिपोर्ट

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