Thursday, December 5, 2024
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
HomeदुनियाSouth Korea: प्रेग्‍नेंसी और बच्‍चों के पालन-पोषण के कारण महिलाओं के करियर...

South Korea: प्रेग्‍नेंसी और बच्‍चों के पालन-पोषण के कारण महिलाओं के करियर पर लग रहा ब्रेक

South Korea: दक्षिण कोरिया द्वारा महिलाओं को लेकर जारी किए गए आंकड़ों में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। दक्षिण कोरिया द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 10 में से करीब 7 विवाहित महिलाओं को प्रेग्‍नेंसी और बच्चे के पालन-पोषण के कारण अपने करियर से ब्रेक लेना पड़ता है।

South Korea: वर्किंग वूमन की घट रही संख्‍या

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल की पहली छमाही में नौकरी छोड़ने वाली 15-54 वर्ष की विवाहित महिलाओं की संख्या 1.22 मिलियन तक पहुंच गई। एजेंसी ने कहा कि इस साल के आंकड़े में 133,000 की कमी आई है, जिसका आंशिक कारण इस आयु वर्ग की कुल विवाहित महिलाओं की संख्या में कमी है। जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कुल विवाहित महिलाओं की संख्या 7.65 मिलियन तक पहुंच गई है, जो एक साल पहले की तुलना में करीब 290,000 कम है।

महिलाओं ने नौकरी छोड़ने के बताए ये कारण

आंकड़ों के अनुसार, नौकरी छोड़ने वाली 41.1 प्रतिशत महिलाओं ने बच्चों की परवरिश को ब्रेक का प्राथमिक कारण बताया। वहीं, 24.9 प्रतिशत महिलाओं ने शादी के बाद काम करना बंद कर दिया, जबकि 24.4 प्रतिशत ने गर्भावस्था और बच्चे के जन्म को नौकरी छोड़ने का कारण बताया। आंकड़ों से पता चलता है कि 41.2 प्रतिशत विवाहित महिलाओं ने 10 साल से अधिक समय के लिए करियर ब्रेक लिया, इसके बाद 22.8 प्रतिशत ने पांच से 10 साल के बीच काम रोक दिया।

ये भी पढ़ेंः- पुतिन ने एक झटके में दूर की रशियन कपल्स की टेंशन, डेटिंग-हनीमून के लिए भी पैसे देगी सरकार

South Korea: दक्षिण कोरिया में लगातार घट रही जन्म दर

बता दें कि दक्षिण कोरिया में जन्म दर लगातार घट रही है, यहां बड़ी संख्या में लोग शादी करने और माता-पिता बनने से बच रहे हैं। सांख्यिकी कोरिया के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, देश की कुल प्रजनन दर 2023 में 0.72 तक गिर गई, जो 1970 के बाद से सबसे निचला स्तर है।

शादी के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही सरकार

लोगों को शादी करने के लिए प्रोत्साहित करने और प्रजनन दर में सुधार करने के लिए, सरकार ने बच्चे की देखभाल के लिए विभिन्न लाभ और सहायता प्रदान करना शुरू कर दिया है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इन उपायों का अभी तक बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ा है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें