शिमला: राजधानी शिमला के उपनगर सरमहिल में भूस्खलन की चपेट में आए शिव बावड़ी मंदिर (shimla shiv mandir landslide) के मलबे से हताहतों और घायलों को निकालने का काम जारी है। पुलिस और प्रशासन के अलावा सेना के जवान भी राहत कार्य में लगे हुए हैं। अब तक 9 शव निकाले जा चुके हैं। इनमें कुछ मासूम बच्चों के शव क्षत-विक्षत हालत में मिले। मलबे में कम से कम 18 लोगों के फंसे होने की आशंका है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सोमवार का दिन होने के कारण श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने आये थे। इसी दौरान भूस्खलन (shimla shiv mandir landslide) हो गया। उन्होंने कहा कि शिमला के फागली इलाके में भी भूस्खलन की घटना सामने आई है। राहतकर्मियों ने पांच लोगों को बचाया है। उन्होंने लोगों से भूस्खलन की घटनाओं से सतर्क रहने की अपील की है।
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भंडारे की चल रही थीं तैयारियां
स्थानीय लोगों के अनुसार श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार को मंदिर में खीर का भंडारा होता है। आज सुबह जब भंडारे की तैयारी चल रही थी तो पहाड़ी से आए मलबे और पत्थरों ने मंदिर को (shimla shiv mandir landslide) ध्वस्त कर दिया। कल 15 अगस्त को इस मंदिर में वार्षिक भंडारे का आयोजन होना था। गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण शिमला शहर में कई स्थानों पर भूस्खलन और पेड़ गिरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर की कई सड़कों पर वाहनों का परिचालन ठप हो गया है। मौसम विभाग ने शिमला समेत प्रदेश में अगले तीन दिन भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
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