Bangladesh Violence, नई दिल्लीः शेख हसीना को भारत में राजनीतिक शरण देने के बारे में के बारे में अभी तक सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन देर रात तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उच्च स्तरीय बैठक जरूर हुई है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री को फिलहाल वायुसेना के हिंडन एयरबेस पर सुरक्षित रखा गया है और उन्होंने एयरबेस पर ही रात बिताई। सोमवार शाम शेख हसीना का विमान यहां उतरने के बाद एनएसए अजीत डोभाल ने उनसे डेढ़ घंटे तक मुलाकात की और उन्हें भविष्य में निर्णय लेने का आश्वासन दिया।
एनएसए अजीत डोभाल के साथ हुई चर्चा
बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार शाम गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंचीं। शाम करीब 5:36 बजे उनका परिवहन विमान यहां उतरा। इसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल उनसे मिलने पहुंचे। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना ने हिंडन एयरबेस पर एनएसए अजीत डोभाल के साथ डेढ़ घंटे तक बांग्लादेश के मौजूदा हालात और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की। एनएसए और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि शेख हसीना को फिलहाल हिंडन एयरबेस पर ही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ रखा जाए।
कड़ी सुरक्षा में गुजारी रात
उन्होंने भारतीय वायुसेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी सुरक्षा में रात गुजारी। मौजूदा घटनाक्रम को देखते हुए भारतीय वायुसेना ने पूर्वी क्षेत्र में अपने हवाई ठिकानों को हाई अलर्ट पर रखा है। भारतीय वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने हवाई सुरक्षा का जिम्मा संभाला हुआ था। एयर चीफ मार्शल वायुसेना मुख्यालय में अपनी टीम के साथ बांग्लादेशी वायुसेना के सी-130 परिवहन विमान पर कड़ी नजर रखे हुए थे।
सुरक्षा के लिए उड़ाए गए थे दो राफेल
शेख हसीना को लेकर भारत आ रहे बांग्लादेशी सी-130 को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए पश्चिम बंगाल के हाशिमारा स्क्वाड्रन से दो राफेल विमान उड़ाए गए थे। इसके अलावा सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी जरूरत पड़ने पर किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार थे। भारतीय सेना को जरूरत पड़ने पर किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा गया है। अगस्त में पहली बार भारत की मेजबानी में होने वाले बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास ‘तरंगा शक्ति’ में बांग्लादेश को अपने सी-130 परिवहन विमान के साथ भाग लेना था, लेकिन अब हसीना के सत्ता से बाहर होने और बांग्लादेश में तनावपूर्ण स्थिति के कारण ऐसा होने की संभावना नहीं है।
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शेख हसीना ने अभी तक भारत में राजनीतिक शरण नहीं मांगी है, लेकिन वह अस्थायी रूप से भारत में हैं। उनके यूनाइटेड किंगडम में राजनीतिक शरण मांगने की संभावना है, जहां उनकी बहन रेहाना भी नागरिक हैं। इस बीच, ब्रिटिश सरकार ने बांग्लादेश में पिछले कुछ हफ्तों की घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में स्वतंत्र जांच की मांग करके एक तरह से संकेत दिया है कि ब्रिटेन शरण नहीं देगा।
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