नई दिल्लीः सतीश कौशिक (Satish Kaushik) हिंदी सिनेमा के उन अभिनेताओं में से एक हैं जिन्होंने अपने अभिनय के साथ-साथ निर्देशन से भी पूरी फिल्म इंडस्ट्री को प्रभावित किया। लगभग चार दशकों के करियर में, सतीश ने कई फिल्मों में यादगार भूमिकाएँ निभाईं, जिनमें से कुछ को आईकॉनिक माना जाता है।
एनएसडी से पढ़े Satish Kaushik की संवाद अदायगी उनकी सबसे बड़ी ताकत थी। फिल्मों के साथ-साथ सतीश ने टीवी और ओटीटी स्पेस में भी अपनी एक्टिंग का दमखम दिखाया। उन्होंने वो सात दिन, मिस्टर इंडिया, राम लखन, साजन चले ससुराल, डबल धमाल जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग का दमखम दिखाया।
हास्य अभिनेता की छवि में बंधे सतीश ने गंभीर और नकारात्मक किरदार भी निभाए। अभिनय के अलावा उन्होंने कई सफल फिल्मों का निर्देशन भी किया। 9 मार्च 2023 की सुबह उनकी मौत की खबर आई। हरियाणा में जन्मे 66 साल के सतीश की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
कौन थे सतीश कौशिक (Satish Kaushik) ?
सतीश कौशिक एक दिग्गज अभिनेता होने के साथ-साथ एक शानदार निर्देशक भी थे। अपने फिल्मी करियर में उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया है। इसके साथ ही वह एक बेहतर निर्देशक के तौर पर भी जाने जाते हैं। फिल्मी दुनिया से होने के बावजूद भी सतीश को बेहद सादा और साधारण जीवन जीना पसंद था।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में जन्मे थे सतीश
Satish Kaushik का जन्म 13 अप्रैल 1956 को महेंद्रगढ़, हरियाणा में हुआ था। यहीं से उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। सतीश ने अपनी ग्रेजुएशन दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से की। इसके बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन ले लिया। सतीश ने बचपन से ही अभिनय के क्षेत्र में आने का सपना देखा था। उनकी पत्नी का नाम शशि कौशिक है। उनके दो बच्चे वंशिका कौशिक और शानू कौशिक हुए। शानू की महज दो साल की उम्र में मौत हो गई।
‘जाने भी दो यारों’ से की अभियन की शुरुआत
Satish Kaushik ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत साल 1983 में फिल्म ‘जाने भी दो यारों’ से की थी। इस फिल्म में उनकी एक्टिंग को काफी पसंद किया गया, लेकिन उन्हें असली पहचान फिल्म ‘मिस्टर’ से मिली। मिस्टर इंडिया में उनका किरदार ‘कैलेंडर’ काफी लोकप्रिय हुआ।
सतीश ने ‘मोहब्बत’, ‘जलवा’, ‘राम लखन’, ‘जमाई राजा’, ‘अंदाज’, ‘मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी’, ‘साजन चले ससुराल’, ‘दीवाना मस्ताना’, ‘परदेसी बाबू’, ‘बड़े मियां छोटे मियां’, ‘हसीना मान जाएगी’, ‘राजा जी’, ‘आ अब लौट चलें’, ‘हम आपके दिल में रहते हैं’, ‘चल मेरे भाई’, ‘हद कर दी आपने’, ‘दुल्हन हम ले जाएंगे’, ‘क्योंकि मैं झूठ नहीं बोलता’, ‘गॉड तुस्सी ग्रेट हो’ और ‘कागज’ जैसी 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया।
इन रोल ने दी नई पहचान
सतीश कौशिक ने अपने करियर में पर्दे पर कई भूमिकाएं निभाई। उन्होंने गंभीर से लेकर कॉमेडी किरदार निभाकर दर्शकों का मनोरंजन किया। सतीश ने कई फिल्मों में कॉमेडी रोल निभाए हैं, लेकिन फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ में उनके ‘कैलेंडर’ रोल ने उन्हें मशहूर बना दिया। हर जगह उन्हें इसी नाम से पुकारा जाने लगा। इसके अलावा उन्हें ‘पप्पू पेजर’ के किरदार में भी काफी पसंद किया गया था।
रूप की रानी चोरों का राजा से की निर्देशन की शुरुआत
बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म साल 1993 में रिलीज हुई ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ थी। इस फिल्म में श्रीदेवी और अनिल कपूर मुख्य भूमिका में थे। इसके बाद उनकी दूसरी फिल्म साल 1995 में ‘प्रेम’ आई। ये तब्बू की डेब्यू फिल्म थी। बता दें कि ये दोनों ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुईं। साल 1999 में आई फिल्म ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ ने उन्हें (Satish Kaushik) निर्देशक के तौर पर खास पहचान दिलाई। ये फिल्म हिट साबित हुई। इसके बाद एक दर्जन से ज्यादा फिल्मों का निर्देशन किया। निर्देशक के रूप में उनकी आखिरी रिलीज़ कागज़ थी, जिसमें पंकज त्रिपाठी ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इस फिल्म से सलमान खान बतौर निर्माता जुड़े थे। यह फिल्म जी5 पर रिलीज हुई थी।
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बॉलीवुड सिनेमा में Satish Kaushik एक ऐसा नाम है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। एक्टिंग से लेकर निर्माता-निर्देशक तक उन्होंने अपने काम से खूब वाहवाही लूटी। अपनी बेहतरीन एक्टिंग से लोगों को गुदगुदाने वाले सतीश कौशिक ने कुछ दिन पहले दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके अचानक निधन की खबर से फैंस को गहरा सदमा लगा। भले ही वह अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उन्होंने अपने काम से ऐसी छाप छोड़ी है कि लोग उन्हें याद करते हैं। उन्होंने बॉलीवुड को कई हिट फिल्में दी हैं।
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