वाराणसीः समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान को लेकर काशी के संतों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। श्री मौर्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग को लेकर संतों ने बुधवार को यज्ञ भी किया। अस्सी डुमराव बाग स्थित काशी सुमेरूपीठ में एकत्रित संतों ने पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती के नेतृत्व में बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ किया।
इस दौरान स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि वर्तमान समय में कई ऐसे लोग हैं जो विवादित बयान देकर देश और समाज में माहौल खराब करना चाहते हैं। ऐसे नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाना चाहिए। स्वामी नरेंद्रानंद ने कहा कि स्वामी प्रसाद 10 जन्म लेंगे, तब वे सनातन धर्म को समझ पाएंगे। उन्होंने बताया कि यज्ञ देश के विकास, समृद्धि, भारत के गौरव और राज्य के नेताओं की बुद्धि के लिए किया गया था। उन्होंने बताया कि देश में शांति के लिए महामृत्युंजय मंत्र का भी पाठ किया गया।
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गौरतलब हो कि समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक विवादित ट्वीट किया था। स्वामी प्रसाद ने ट्वीट में लिखा कि रामराज धोखेबाज है। इससे पहले भी रामराज के नाम पर एकलव्य का अंगूठा काटा गया था। अब दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के आरक्षण में कटौती की जा रही है। जागो, संभल जाओ… रामराज हटाओ और आरक्षण बचाओ। इस ट्वीट को लेकर संतों में नाराजगी है। इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी मानस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
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