नई दिल्ली: रूस ने सोमवार को इंस्टाग्राम को देश में लगभग 8 करोड़ यूजर्स के लिए ब्लॉक कर दिया। रूस ने यह फैसला ऐसे समय पर लिया है, जब हाल ही में इंस्टाग्राम की मूल कंपनी मेटा ने कथित तौर पर कुछ देशों में फेसबुक और इंस्टाग्राम पर रूसी सैनिकों और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ हिंसात्मक पोस्ट की अनुमति दी थी।
इंटरनेट निगरानी सेवा ग्लोबलचेक के अनुसार, देश की अधिकांश आबादी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक नहीं पहुंच पा रही है। इंस्टाग्राम पर रूसी इन्फ्लूएंसर्स ने अपने फॉलोअर्स को विदाई संदेश पोस्ट किए और उन्हें अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन्हें फॉलो करने या प्रतिबंध को दरकिनार करने के लिए वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने के लिए कहा।
द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, इंस्टाग्राम ने रूसियों को युद्ध के खिलाफ बोलने के लिए एक मंच भी प्रदान किया है, जिसमें धनी कुलीन वर्ग और उनके परिवार शामिल हैं। पिछले हफ्ते, रूसी सरकार की संचार एजेंसी ने घोषणा की थी कि वह 14 मार्च से रूस में इंस्टाग्राम को ब्लॉक कर देगी।
इंस्टाग्राम के प्रमुख एडम मोसेरी ने कहा कि रूस में इंस्टाग्राम पर 80 फीसदी से ज्यादा लोग रूस के बाहर से अकाउंट को फॉलो करते हैं। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा था, “स्थिति भयावह है। हम लोगों को सुरक्षित रखने में मदद करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हमने यूक्रेन और रूस में सभी के लिए एन्क्रिप्टेड चैट उपलब्ध कराई हैं। हमने इस क्षेत्र में सभी को अपने अकाउंट्स को निजी बनाने के लिए प्रोत्साहित किया है।”
रूस की ओर से यह कदम तब उठाया गया है, जब फेसबुक (अब मेटा) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर नियमों में बदलाव किया था। मेटा ने अपने बयान में कहा था कि, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण का विरोध करते हुए वह हेड स्पीच पॉलिसी में बदलाव कर रहा है। इसके तहत रूस ने अपने यूजर्स को यह अनुमति दे दी कि वे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पुतिन के खिलाफ खुल कर बोल सकते हैं।
मेटा की ओर से पुतिन के खिलाफ किए गए नियमों के बदलाव को लेकर रूस ने भी कड़े कदम उठाए हैं। रूस ने इसका जवाब देते हुए मेटा को एक चरमपंथी संगठन घोषित कर दिया है। सोशल नेटवर्क ने कहा कि इसका निर्णय ‘असाधारण और अभूतपूर्व परिस्थितियों’ में लिया गया है।
एक दुर्लभ कदम में, मेटा ने विशिष्ट देशों में फेसबुक और इंस्टाग्राम पर रूसी सैनिकों के प्रति हिंसक भाषण के साथ पोस्ट की अनुमति दी, जिसमें राष्ट्रपति पुतिन या बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको को नुकसान पहुंचाने या यहां तक कि मौत के लिए प्रोत्साहन भी शामिल हैं।
रूस-यूक्रेन जंग का दंश पूरी दुनिया को झेलना पड़ रहा है। इसकी चपेट में बड़ी-बड़ी कंपनियां आ चुकी हैं। कई कंपनियों ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण का विरोध करते हुए वहां पर अपने कामकाज को पूरी तरह से रोक दिया है। इसके बाद अब रूस की ओर से भी धीरे-धीरे कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
वहीं अब रूस में इंस्टाग्राम के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। मेटा में ग्लोबल अफेयर्स के अध्यक्ष निक क्लेग ने पिछले हफ्ते कहा था कि उनकी नीतियां लोगों के भाषण के अधिकारों की रक्षा पर केंद्रित हैं, जो उनके देश पर सैन्य आक्रमण की प्रतिक्रिया में आत्मरक्षा की अभिव्यक्ति के रूप में हैं।