मुंबई: पुणे में सिरम इंस्टीट्यूट हादसे में मृतक मजदूरों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक मदद दिए जाने की घोषणा सिरम इंस्टीट्यूट के संचालक अदार पूनावाला ने की है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अदार पूनावाला से फोन पर बात की और शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा करने वाले है । सिरम इंस्टीट्यूट में गुरुवार को दोपहर में लगी आग में रामशंकर हरिजन, बिपिन सरोज, सुशील कुमार पांडे, महेंद्र इंगले व प्रतीक पाष्टे की मौत हो गई है। इनमें से 2 उत्तर प्रदेश, 1 बिहार व 2 पुणे के ही स्थानीय निवासी थे।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने गुरुवार शाम को घटनास्थल का दौरा किया और यहां बारीकी से जांच करने का आदेश जारी किया है। अजीत पवार ने कहा कि इस घटना की शुरुआत में बताया जा रहा था कि किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है लेकिन बाद में घटनास्थल पर 5 मजदूरों का शव बरामद किया गया। इसलिए घटनास्थल पर बारीकी से छानबीन करना आवश्यक है। अजीत पवार ने कहा कि सिरम इंस्टीट्यूट में ही कोरोना वायरस रोधी कोविशिल्ड वैक्सीन बनाई जा रही है। संयोग है कि जहां कोरोना की वैक्सीन बन रही है, वह प्लांट यहां से दूर है। घटनास्थल पर बीसीजी का टीका बनाने का प्लांट का काम जारी था। जांच के बाद आग लगने के कारणों का पता चल सकेगा। इसलिए शुक्रवार को यहां फायर ऑडिट भी करवाया जाएगा। इस घटना में मृतकों के परिजनों को हर तरह सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास शासकीय अधिकारी कर रहे हैं।
गुरुवार को दोपहर में सिरम इंस्टीट्यूट के बीसीजी रोटा प्लांट में अचानक आग लग गई थी। इस घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं और आग पर काबू पा लिया गया था। घटनास्थल से पुलिस व फायर ब्रिगेड के जवानों ने 9 लोगों को बचा लिया था लेकिन शाम को फिर से इसी प्लांट में आग भड़क़ उठी थी। मौके पर कूलिंग का काम कर रहे फायर ब्रिगेड के जवानों ने दोबारा लगी आग पर काबू पा लिया। इस घटना की गहन छानबीन का आदेश मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिया है और वे शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा करने वाले हैं।