Ranchi: रथ यात्रा की तैयारियां जोरों पर, श्रद्धालुओं को मास्क पहनना होगा जरूरी

रांची: कोरोना महामारी के दो साल बाद झारखंड की राजधानी रांची में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा (Rath Yatra) एक जुलाई से आरंभ होगी। वर्ष 2020 और 2021 में मेले का आयोजन नहीं हुआ। दो वर्षों के इंतजार के बाद भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर दर्शन देंगे।

इस साल यह रथयात्रा (Rath Yatra) धूमधाम से निकाली जाएगी। इसकी व्यापक स्तर पर तैयारी हो रही है। रथ यात्रा में शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं को मास्क पहनना अनिवार्य है। भगवान जगन्नाथ रथ मेला को लेकर रांची के जगन्नाथपुर में तैयारियां जोरों पर हैं। भगवान जगन्नाथ के ऐतिहासिक रथ यात्रा (Rath Yatra) को लेकर नए रथ का निर्माण आखिरी चरण में है। फिलहाल, भगवान एकांतवास में हैं। प्रभु 30 जून को नेत्रदान के बाद आमजन को दर्शन देंगे। मंदिर के गर्भगृह से बाहर आने के बाद स्नान मंडप में श्री भगवान का नेत्रदान होगा। यह अनुष्ठान 30 जून को सुबह साढ़े चार बजे से आरंभ हो जायेगा।

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एक जुलाई को रथ यात्रा (Rath Yatra) के दिन श्री जगन्नाथ स्वामी मुख्य मंदिर में सुबह पांच बजे दर्शन देंगे। दिन के दो बजे भगवान का दर्शन बंद हो जाएगा। दिन के दो बजे श्री सुदर्शन, गरुड जी, बलभद्र स्वामी, माता सुभद्रा एवं श्री जगन्नाथ स्वामी रथ के लिए प्रस्थान करेंगे। दिन के 2.30 बजे सभी विग्रहों का श्रृंगार होगा। दिन के तीन बजे भक्तों द्वारा श्री विष्णु सहस्त्रनाम पूजा का शुभारंभ होगा। शाम 4.30 बजे सहस्त्रनाम द्वारा अर्पित पुष्प को भगवान में समर्पण एवं रथ में रस्सी बांधने का कार्यक्रम शुरू होगा।

रथ पर सवार होकर मौसीबाड़ी के लिए प्रस्थान करेंगे –

शाम पांच बजे भगवान रथ पर सवार होकर मौसीबाड़ी के लिए प्रस्थान करेंगे। शाम छह बजे केवल महिलाएं रथ पर भगवान के दर्शन कर सकेंगी। शाम के 6.45 बजे सभी विग्रहों का मौसीबाड़ी मंदिर में प्रवेश होगा। रात आठ बजे सभी विग्रहों का 108 की मंगल आरती होगी। जगन्नाथपुर मंदिर न्यास समिति ने रथ मेला के दिन होने वाले पूजा कार्यक्रम को लेकर सूचना जारी कर दिया है।

मेले की सीसीटीवी और ड्रोन से होगी निगरानी –

जगन्नाथपुर रथ मेला की सुरक्षा की तैयारियों को लेकर प्रशासन ने काम करना शुरू भी कर दिया है। मेला परिसर में कई जगहों पर सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। बताया जाता है कि मेले में दो हजार अतिरिक्त पुलिस के जवान तैनात किए जाएंगे। मेला में सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी की जाएगी। मेला परिसर के चारों ओर सुरक्षा के मद्देनजर ड्रॉप गेट भी बनाए जा रहे हैं। वहीं श्री जगन्नाथपुर स्वामी के मुख्य मंदिर में रथ यात्रा (Rath Yatra) के दिन 300 महिला-पुरुष स्वयं सेवक तैनात होंगे। झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति के अध्यक्ष मेघा उरांव ने कहा कि मेला में छेड़खानी और पॉकेटमारी की शिकायतें बहुत मिलती रहती हैं। इस पर स्वयं सेवकों की नजर होगी।

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