प्रदेशवासी घबराएं नहीं, कोरोना वैक्सीन पूरी तरह विश्वसनीय- गहलोत

जयपुरः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाया कि भारत सरकार के माध्यम से राजस्थान भेजी गई कोरोना से बचाव की वैक्सीन पूरी तरह विश्वसनीय है। भारत सरकार ने इसे सभी मापदंडों पर परखने के बाद राज्यों को भेजा है। सीएम गहलोत अपने निवास से प्रदेशस्तरीय वैक्सीनेशन कार्यक्रम के पहले चरण के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहेे थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के विभिन्न चिकित्साधिकारियों से वैक्सीनेशन से पहले तथा बाद में होने वाले अनुभव साझा किए।

उन्होंने कहा कि वैक्सीन का लंबे समय से इंतजार था। देश में जनवरी में कोरोना महामारी आई। प्रदेशवासियों के सहयोग से हमारी सरकार ने बेहतर कोरोना प्रबंधन किया। राजस्थान ने सबसे पहले लॉकडाउन किया। हमने टेस्टिंग की क्षमता विकसित की। चिकित्सा सेवा के ढांचे को मजबूत किया। हर जिले में इस ढांचे को सुदृढ़ किया गया। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में कोरोना का फैलाव हुआ। यूके, यूरोप समेत कई देशों में आज भी लॉकडाउन है। देश में हमने प्रयास किया कि सब मिलकर कैसे इससे मुकाबला करें। राजस्थान में हमारी सरकार ने जो प्रबंधन किया, उससे हर वर्ग को राहत मिली। लंबे अरसे बाद इस महीने 2 बार कोरोना रिपोर्ट में हमारी मृत्युदर जीरो आई। इससे हम चिंतामुक्त नहीं हो गए है। हमें जागरुक रहना होगा। वैक्सीन लगवाने के बाद भी हमें इसके प्रति चिंतित रहना होगा। मुख्यमंत्री ने कोविशील्ड व को-वैक्सीन का निर्माण करने वाले विशेषज्ञों का आभार जताया। वैक्सीन को लेकर किसी तरह की कोई आशंका नहीं रखनी चाहिए। हमें आमजन को विश्वास दिलाना पड़ेगा कि वैक्सीन सभी मापदंडों पर परखने के बाद लाई गई है। भारत सरकार ने विभिन्न स्तरों पर इसका परीक्षण किया है। कोरोना महामारी में सभी विभागों, आमजन के सहयोग के लिए मुख्यमंत्री ने आभार जताया। साथ ही कहा कि वैक्सीन का अर्थ यह नहीं है कि कोरोना खत्म हो गया है। आने वाले दिनों में हमें इसके प्रति जागरूकता रखनी होगी।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सबसे पहले जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी से संवाद किया। डॉ. भंडारी ने वैक्सीन लगाने के बाद अपने अनुभव साझा किए। मुख्यमंत्री ने बधाई दी कि एसएमएस अस्पताल के विशेषज्ञ ही थे, जिन्होंने कोरोना आने के बाद दवाओं का सम्मिश्रण बनाया था। जिसे डब्ल्यूएचओ ने भी माना। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी इन्हीं दवाओं का सम्मिश्रण मंगवाया था। मुख्यमंत्री ने डॉ. पीसी डांडिया, डॉ. विनोद कुमार मथूरिया से भी उनके अनुभव साझा किए। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने अजमेर जिले की केकड़ी सीएचसी के चिकित्सकों व नर्सिंग स्टॉफ से बातचीत कर वैक्सीन के लिए उनकी प्रतिक्रिया जानी।

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प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने जोधपुर के एमडीएम अस्पताल, ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने श्रीगंगानगर के सादुलशहर सीएचसी, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने धौलपुर की बाड़ी सीएचसी, राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ने बांसवाड़ा की आनंदपुरी सीएचसी, नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने बारां की छबड़ा सीएचसी के चिकित्सकों से संवाद किया। राज्य में सबसे पहला कोरोना का टीका एसएमएस अस्पताल के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी को लगाया गया। इसके लिए अपनाई गई पूरी प्रक्रिया का ऑनलाइन प्रसारण किया गया। इसके बाद जोधपुर के एमडीएम अस्पताल के डॉ. बीएल मीणा समेत प्रदेश के प्रमुख अस्पतालों में वैक्सीनेशन करवाने वाले फ्रंटलाइन वॉरियर्स से संवाद किया गया।