नई दिल्ली: कोरोना महामारी की नई लहर के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक सोमवार से शुरू हो रही है। गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय समिति की तीन दिनों की बैठक के बाद 7 अप्रैल को आरबीआई की मौद्रिक नीति की समीक्षा जारी करेगा।
गौरतलब है कि आरबीआई को खुदरा महंगाई दर 4 फीसदी के दायरे में रखने का लक्ष्य सरकार ने दिया है। ऐसे में एक्सपर्ट का मानना है कि रिजर्व बैंक समीक्षा बैठक में नीतिगत दर यथावत रख सकता है। एक्सपर्ट का मानना है कि आरबीआई नीतिगत दरों में कटौती के लिए उपयुक्त अवसर का इंतजार करेगा। इससे वह खुदरा महंगाई दर को 4 फीसदी के दायरे में रखने और वृद्धि को प्रोत्साहन को सुनिश्चित कर सकेगा।
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उल्लेखनीय है कि इस समय रेपो दर 4 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 3.35 फीसदी है। रिजर्व बैंक ने मई, 2020 में आखिरी बार नीतिगत दरों में कटौती की थी। उसके बाद से इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। चालू वित्त वर्ष में ये मौद्रिक नीति समिति की पहली समीक्षा बैठक होगी।