रोहतकः डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम (Ram Rahim) को 20 दिन की पैरोल मिलने के बाद बुधवार सुबह रोहतक की सुनारिया जेल से रिहा कर दिया गया। पैरोल पर रिहाई के दौरान वह यूपी के बरनावा आश्रम में रहेगा।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग को लिखा था पत्र
कांग्रेस ने राम रहीम की पैरोल पर आपत्ति जताई थी और चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा था कि इस समय राम रहीम को पैरोल देना ठीक नहीं है, इससे मतदान प्रभावित हो सकता है।
कड़ी सुरक्षा के बीच यूपी के लिए रवाना
राम रहीम कड़ी सुरक्षा के बीच जेल से यूपी के लिए रवाना हुआ। बुधवार सुबह करीब 5 बजे सुनारिया जेल के बाहर हंगामा हुआ और जेल परिसर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई। सुबह करीब 6:30 बजे हाजिरी के बाद राम रहीम को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच जेल से रिहा कर दिया गया। हाल ही में राम रहीम 21 दिन की फरलो पूरी करके 4 सितंबर को जेल लौटा था।
पैरोल पर लगाई गईं कई शर्तें
चुनाव आयोग ने राम रहीम की पैरोल पर कुछ शर्तें भी लगाई हैं। पैरोल अवधि के दौरान वह हरियाणा में नहीं रहेगा, न ही सोशल मीडिया पर सक्रिय रहेगा और चुनावी गतिविधियों से दूर रहेगा। शर्तों का उल्लंघन करने पर पैरोल तुरंत रद्द कर दी जाएगी।
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अब अगले साल ही मिल सकती है पैरोल
कांग्रेस ने मंगलवार को भी राम रहीम की रिहाई पर आपत्ति जताई थी और चुनाव आयोग से शिकायत की थी, लेकिन देर रात सरकार ने राम रहीम की रिहाई के आदेश जारी कर दिए और सुबह प्रशासन ने उसे रिहा कर दिया। प्रशासन ने तर्क दिया है कि जेल मैनुअल के मुताबिक राम रहीम को नियमों के मुताबिक पैरोल दी गई है और इस साल राम रहीम के पास 20 दिन की पैरोल बची थी। कैदी की तरह अब उसे अगले साल पैरोल मिलेगी।
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