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Acharya Satyendra Das: राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का निधन, 85 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

Acharya Satyendra Dass

Acharya Satyendra Das Passes Away: अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का निधन हो गया। उन्होंने बुधवार को लखनऊ SPGI में 85 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। वे काफी समय से अस्वस्थ थे और एसजीपीजीआई में उनका इलाज चल रहा था। 2 फरवरी को सत्येंद्र दास को स्ट्रोक के चलते अयोध्या के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उन्हें पहले ट्रॉमा सेंटर और फिर बेहतर इलाज के लिए लखनऊ SPGI रेफर किया गया था।

Acharya Satyendra Das: सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि

अस्पताल प्रशासन की ओर से जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक वे मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारियों से भी पीड़ित थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का निधन दुख जताते हुए श्रद्धांजलि। इससे पहले 4 फरवरी को सीएम योगी उनका हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से इलाज की प्रगति पर चर्चा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए थे।

32 सालों से रामलला की कर रहे थे सेवा

बता दें कि सत्येंद्र दास राम मंदिर आंदोलन के मुख्य रणनीतिकारों में से एक थे। वे पिछले 32 सालों से रामजन्मभूमि पर मुख्य पुजारी के तौर पर भगवान राम की सेवा कर रहे थे। 6 दिसंबर 1992 को बाबरी विध्वंस हुआ था। इस दौरान वे रामलला को गोद में उठाकर भाग गए थे। इसी बीच 1 मार्च 1992 को भाजपा सांसद विनय कटियार, विश्व हिंदू परिषद के नेता और तत्कालीन विहिप प्रमुख अशोक सिंघल की सहमति से सत्येंद्र दास की नियुक्ति कर दी गई।

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ब्रेन हेमरेज से पीड़ित थे पुजारी सत्येंद्र दास

इससे पहले अयोध्या सिटी न्यूरो सेंटर के डॉक्टर अरुण कुमार सिंह ने बताया था कि आचार्य सत्येंद्र दास की हालत थोड़ी गंभीर है। सीटी स्कैन से पता चला है कि उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ है और यह कई हिस्सों में है। हमने उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया है ताकि उन्हें वहां बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।” आचार्य सत्येंद्र दास को राम मंदिर निर्माण के प्रारंभ से ही मुख्य पुजारी नियुक्त किया गया था और वह श्री राम जन्मभूमि पर पूजा गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं।

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