बांकुड़ाः बंगाल में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दीदी अभी से ईवीएम पर सवाल खड़े करने लगी हैं। दीदी को जिस ईवीएम ने उन्हें सत्ता सौंपी, वही ईवीएम अब उन्हें रास नहीं आ रही है। दीदी, आपको पराजय दिन और रात में भी दिखता है। उन्होंने अपील की कि बंगाल के लोग बिना डर के अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चंदना जैसे चेहरे आसोल पोरिबोर्तन के चेहरे हैं। यह उन श्रमिकों का चेहरा है, जिसे तृणमूल के तोलाबाजों ने परेशान किया है। इनके नल-जल और घर पर तृणमूल के तोलाबाजों ने डाका डाला है। अब ऐसे ही चेहरे पश्चिम बंगाल की बहनों को, श्रमिकों को, गरीबों को न्यायदिया मिलेगा। ऐसे लोगों को उनका हक देंगे। यह आसोल पोरिबोर्तन के चेहरे हैं। ये सोनार बांग्ला के निर्माण के शिल्पी हैं। दीदी, चंदनाजी का चेहरा आप कभी नहीं भूल पाओगी। बालू महंगा होगा, तो सिंडीकेट वालों का खजाना भरेगा।
उन्होंने कहा कि मैं जितना आपके सवाल दीदी से पूछता हूं, उतना ही वो मुझ पर गुस्सा करती हैं। अब तो उनको मेरा चेहरा भी पसंद नहीं है। दीदी, मैं तो मास्क लगा के आया हूं दीदी, लोकतंत्र में चेहरा नहीं, जनता की सेवा, जनता के लिए किया गया काम ही तराजू पर होता है, उसे कसौटी पर कसा जाता है। बांकुड़ा की बेटी चंदनाजी जैसी भाजपा कार्यकर्ताओं का चेहरा आपको लंबे समय तक याद रहेगा।.
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उन्होंने कहा कि दीदी, आपका किला ढह चुका है, दीदी जाच्छे, दीदी जाच्छे, दीदी जाच्छे। बांकुड़ा से दीदी को साफ-साफ कहना चाहता हूं कि मैं हमेशा 130 करोड़ देशवासियों के सामने सिर झुकाकर रखता हूं। मुझे और मेरी पार्टी को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने यही संस्कार दिये हैं। इसलिए दीदी अगर आप चाहती हैं, तो अपना पैर मेरे सिर पर रख सकती हैं, आप मुझे लात भी मार सकती हैं। लेकिन मैं बंगाल के विकास में आपको लात नहीं मारने दूंगा।