जयपुरः राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने सीएम अशोक गहलोत के साथ मिली भगत का दावा करने के लिए कांग्रेस नेता सचिन पायलट की आलोचना करते हुए कहा है कि दूध और नींबू का रस आपस में कभी मिल सकते हैं। राजे आश्चर्यचकित होते हुए बोली- कई लोग जानबूझकर कह रहे हैं कि ‘हम (राजे और गहलोत) मिले हैं, और हमारे बीच मिलीभगत है’। जिसके साथ सिद्धांत और विचारधारा मेल नहीं खाती, उसके साथ यह कैसे संभव है? क्या दूध और नींबू का रस कभी मिलते हैं?
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भाजपा नेता ने गुरुवार को सूरतगढ़ में बिश्नोई समाज मंदिर के दर्शन के दौरान एक कार्यक्रम में यह बात कही। पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य में मूल्य वृद्धि को लेकर गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। राजे ने कहा- बिश्नोई समुदाय क्षमा में विश्वास करता है। लेकिन जो क्षमा करने योग्य नहीं है उसे क्षमा नहीं करना चाहिए। साथ ही, भ्रष्टाचार एक प्रकार की चोरी है। ऐसे लोगों का ही साथ दें जो पूरे समाज का भला कर सकें, ताकि हम फिर से आपकी सेवा कर सकें।
उन्होंने (Vasundhara Raje) कहा कि बिश्नोई समाज का 20वां नियम अहंकार का त्याग है, जो नए राजनेताओं में होता है। हल्दी की क्या गांठ मिल जाती है, किराना वाले समझ जाते हैं। न छोटों से अच्छा व्यवहार न बड़ों की इज्जत, लेकिन हमारी पार्टी में ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि बिश्नोई समाज का 10वां नियम क्षमा है लेकिन जो क्षमा नहीं कर रहा है उसे क्षमा नहीं करना चाहिए। पूर्व सीएम ने कहा कि 12वां नियम चोरी नहीं करना है।
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