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Rajasthan Politics: पायलट की चुनौती के बीच कांग्रेस की बड़ी बैठक आज, कई मुद्दों पर होगी चर्चा

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congress-meeting नई दिल्लीः राजस्थान कांग्रेस में सियासी घमासान मचा हुआ है। राज्य में कांग्रेस के नेता सचिन पायलट अपनी ही पार्टी के लिए चुनौती बने हुए है। सचिन पायलट एक ओर जहां अजमेर से लेकर जयपुर तक अपनी जन संघर्ष पद यात्रा शुरू की है, तो वहीं कांग्रेस ने राजस्थान में सियासी घमासान के बीच आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की बड़ी बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा के समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी। बता दें कि राजस्थान पार्टी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अपने तीन सह-प्रभारियों और राज्य इकाई की बैठक बुलाई है। इसके अलावा इस बैठक में राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोतासरा, सह प्रभारी काजी मुहम्मद निजामुद्दीन, वीरेंद्र राठौड़ और अमृता धवन भी शामिल होंगे। इस बैठक में पायलट की जन संघर्ष यात्रा द्वारा दी गई चुनौती पर चर्चा किए जाने की उम्मीद है। सरकारी भर्ती परीक्षाओं में भ्रष्टाचार और पेपर लीक के मामलों को उठाने के लिए पायलट ने गुरुवार को अजमेर से जयपुर तक 125 किलोमीटर की पद यात्रा (पैदल मार्च) शुरू की। ये भी पढ़ें..Delhi Liquor Case: जेल में ही रहेंगे सिसोदिया, 2 जून तक बढ़ाई न्यायिक हिरासत इस पांच दिवसीय यात्रा को पायलट द्वारा रेगिस्तानी राज्य में महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों से कुछ महीने पहले पार्टी नेतृत्व पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। मंगलवार को, जिस दिन पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने राजस्थान का दौरा किया, पायलट ने गहलोत को यह कहते हुए फटकार लगाई कि उनकी नेता वसुंधरा राजे थीं, सोनिया गांधी नहीं। जयपुर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पायलट ने कहा था, यह बात परसों धौलपुर में मुख्यमंत्री के भाषण से स्पष्ट हो गई है. पायलट ने गहलोत के उस बयान पर सवाल उठाया जिसमें उन्होंने "भाजपा नेताओं की प्रशंसा की, लेकिन पार्टी के अपने सांसदों और विधायकों को बदनाम किया"। रविवार को गहलोत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा के दो नेताओं कैलाश मेघवाल और शोबरानी कुशवाहा ने उनकी सरकार को बचाने में मदद की। सचिन पायलट ने गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, वो बताएं कि उनके बयान के दो चेहरे क्यों हैं। एक तरफ वह कहते हैं कि भाजपा सरकार गिराने की कोशिश कर रही थी और दूसरी तरफ कह रहे है कि राजे अपनी सरकार बचाने की कोशिश में लगी थीं, आखिर वो कहने क्या चाहत है? दरअसल भाजपा सरकार में भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं होने का मुद्दा राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम पायलट लगातार उठा रहे हैं।

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