कोटाः राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से पहले हाड़ौती की भूमि से एक बार फिर मुख्यमंत्री बदलने की मांग उठी है। यह मांग यहां के कांग्रेस पदाधिकारियों ने उठाई है, जिनमें जिला अध्यक्ष सहित पूरी कार्यकारिणी शामिल है। राजस्थान में दिसंबर में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आने वाली है। यात्रा हाड़ौती से राजस्थान में प्रवेश करेगी। यात्रा से पहले रविवार को कोटा में तैयारियों को लेकर आयोजित पत्रकार वार्ता में देहात जिलाध्यक्ष सरोज मीणा ने मांग उठा दी कि मुख्यमंत्री उन्हें समय ही नहीं देते हैं। उन्होंने विधायकों को पूरा राजी किया है, लेकिन संगठन की कोई सुनवाई सरकार में नहीं हुई है।
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मीणा ने कहा कि गहलोत विधायकों और मंत्रियों से कहते हैं कि आप मांगते हुए थक जाओगे, लेकिन मैं मुख्यमंत्री से समय मांगते थक गई हूं। चार साल बीत गए, लेकिन मुझे मिलने का समय भी नहीं मिला। मीणा ने कहा कि जिस तरह से बादल गरजते हैं और किसान और आम जनता सोचती है कि बारिश आएगी, उसके बाद किसानों के चेहरे खिल उठते हैं, लेकिन यहां तो बादल ही गरजने के बाद गायब हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि संगठन का कार्यकर्ता कांग्रेस आलाकमान की तरफ देख रहा है कि मुख्यमंत्री को लेकर फैसला हो जाए। सचिन पायलट ने विपक्ष में रहकर काम किया है, सड़कों पर संघर्ष किया है, इसीलिए सरकार आई है। आलाकमान सभी विधायकों से बात कर नेतृत्व परिवर्तन पर राय ले। आज का युवा और आम जनता कह रही है कि सचिन पायलट के नेतृत्व में ही सरकार दोबारा आएगी। ऐसे में पायलट को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए।
कोटा देहात कांग्रेस के महामंत्री विकास शर्मा ने भी कहा कि प्रदेश की कमान अब सचिन पायलट के हाथ में देनी चाहिए। पहले आलाकमान के कहने पर ही सचिन पायलट पीछे हटे और उप मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन अब जब आलाकमान ने मुख्यमंत्री गहलोत से बदलाव की बात कह दी है तो गहलोत बात नहीं मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले ही विधायक मुख्यमंत्री गहलोत के साथ थे, लेकिन अब विधायक सचिन पायलट के साथ आकर खड़े हो गए हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
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