DRDO की झांकी में नजर आएंगे सुरक्षा खतरों को बेअसर करने वाले राडार

नई दिल्ली : रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) गणतंत्र दिवस परेड के दौरान ड्यूटी मार्च पर अपनी झांकी में अत्याधुनिक रक्षा प्रणालियों को प्रदर्शित करेगा। डीआरडीओ की झांकी की थीम ‘कम्युनिकेशन एंड न्यूट्रलाइजिंग थ्रेट्स’ है। इस झांकी को चार भागों में बांटा गया है। पहले भाग में पनडुब्बी के लिए USHS-2 जैसे सोनार, जहाजों के लिए HAMSA श्रृंखला सोनार और हेलीकॉप्टर प्रक्षेपण निगरानी के लिए कम आवृत्ति वाले डंकिंग सोनार सहित पानी के नीचे निगरानी प्लेटफॉर्म का प्रदर्शन किया जाएगा।

डीआरडीओ के प्रवक्ता ने बताया कि झांकी के दूसरे भाग में भूमि निगरानी, ​​संचार और डी4 काउंटर ड्रोन सिस्टम को प्रदर्शित करने वाले प्लेटफॉर्म होंगे, जो वास्तविक समय में खोज, पहचान, ट्रैकिंग और लक्ष्य को बेअसर कर सकते हैं। झांकी में क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल (क्यूआरएसएएम), बैटरी मल्टी फंक्शन रडार और मिसाइल लॉन्चर व्हीकल की दो इकाइयां भी प्रदर्शित की जाएंगी। QRSAM वायु-रक्षा प्रणाली सामरिक युद्ध क्षेत्र में भारतीय सेना को मोबाइल वायु रक्षा कवर प्रदान करती है। इसके अलावा सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो के दो वर्जन मैनपैक और हैंडहेल्ड भी इस झांकी का हिस्सा हैं। डीआरडीओ ने सुरक्षित संचार के लिए सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो विकसित किया है।

झांकी के तीसरे भाग में एरियल सर्विलांस एंड कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AEW&C) और तापस मीडियम एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस को प्रदर्शित किया जा रहा है। झांकी का चौथा भाग डीआरडीओ की अनुसंधान गतिविधियों का प्रतिनिधित्व करेगा, जिसमें सेमीकंडक्टर आर एंड डी सुविधा का प्रदर्शन होगा। इस खंड में, डीआरडीओ ने सेमी-कंडक्टर, डिटेक्टर और नेक्स्ट जेन सेंसर के क्षेत्र में भविष्य की तकनीकों को भी प्रदर्शित किया है। स्वदेशी रूप से विकसित पहिएदार बख्तरबंद प्लेटफॉर्म भी प्रदर्शित किया जाएगा, जिसे 70 टन के ट्रेलर पर ले जाया जाता है। परेड के दौरान अर्जुन एमबीटी, नाग मिसाइल सिस्टम, ब्रह्मोस मिसाइल, शॉर्ट स्पैन ब्रिज और आकाश एनजी भी प्रदर्शित किए जाएंगे।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)