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पंजाब में कोरोना को लेकर सख्त बंदिशों की तैयारी

Deserted view of a market as the 48-hour lockdown is imposed in the city

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बुधवार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि राज्य में कोविड की स्थिति जोकि मामलों और मौतों की संख्या बढ़ने से बड़े स्तर पर पहुंच गई है, में अगले हफ्ते तक सुधार नहीं हुआ तो सख्त बन्दिशें लगाई जाएंगी। स्वास्थ्य, प्रशासनिक और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थिति की पुन: समीक्षा 8 अप्रैल को की जाएगी और अगर कोविड का विस्तार बेकाबू रहा तो और बन्दिशें लगाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक हफ्ते तक परिस्थितियां देखूंगा और अगर कोई सुधार नहीं हुआ तो हमें सख्त बन्दिशें लगानी पड़ सकती हैं।’’

तेजी से टीकाकरण की जरूरत बताते हुए, खासकर ऐसे स्थानों पर जहां 300 से अधिक केस आ रहे हैं, कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड से बुरी तरह प्रभावित जिलों में मोहल्ला स्तर पर योग्य लोगों तक पहुंच बनाई जाए। उन्होंने बुरी तरह से ग्रसित शहरों लुधियाना, जालंधर, मोहाली और अमृतसर में कोविड एहतियातों और प्रोटोकॉल का भी सख़्ती से पालन के आदेश दिए।

राज्य की कोविड माहिरों की कमेटी के चेयरमैन डॉ. के.के. तलवाड़ ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में बन्दिशों को और लागू करने की जरूरत है, जहां अधिक केस सामने आ रहे हैं। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि 19 मार्च से बिना मास्क के चलने-फिरने वाले 1.30 लाख लोगों के आरटीपीसीआर टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 391 लोग पॉजिटिव पाए गए।एसएएस नगर, कपूरथला, पटियाला, एसबीएस नगर, जालंधर, अमृतसर, होशियारपुर और लुधियाना में बहुत ज़्यादा पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं, जबकि 24 मार्च को राज्य में कुल पॉजिटिविटी 7.6 प्रतिशत थी।

आने-जाने वालों को आ रही परेशानी का नोटिस लेते हुए मुख्यमंत्री ने शनिवार को कोविड योद्धाओं के लिए एक घंटे के लिए रखे जाने वाले मौन काल को भी ख़त्म करने के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने पंजाब में कोविड के कारण उच्च मृत्यु दर पर चिंता प्रकट की, जबकि डॉ. तलवाड़ ने कहा कि राज्य में मरीज़ समय पर अस्पताल नहीं जाते और सह-रोगों की भी उच्च दर है। डॉ. तलवाड़ ने मीटिंग में बताया कि मरने वालों में से 80-85 प्रतिशत मरीज गंभीर बीमारियों वाले हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिए कि सह-रोगों वालों को जल्द से जल्द अस्पताल ले जाया जाए और घरों में एकांतवास लोगों की सख़्त निगरानी के लिए मज़बूत प्रणाली विकसित की जाए। उन्होंने एक बार फिर सभी नेताओं से अपील की कि राज्य के लोगों के कल्याण के लिए कोविड एहतियात का उचित व्यवहार को प्रोत्साहित किया जाए।