UPRTOU: गणित के प्रोफेसर को मिला NCRTS में राष्ट्रीय निदेशक का उत्तरदायित्व

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के प्रोफेसर ए. के. मलिक को राष्ट्रीय स्तर की संस्था नेशनल काउंसिल ऑफ रिसर्चर टीचर साइंटिस्ट इंडिया (एनसीआरटीएस) में राष्ट्रीय निदेशक का उत्तरदायित्व मिला है। प्रो. मलिक के चयन पर उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह, कुलसचिव प्रो. पी.पी. दुबे, विज्ञान विद्याशाखा के निदेशक प्रो. आशुतोष गुप्ता व अन्य विद्या शाखाओं के निदेशकगण एवं शिक्षकगण सहित अनेकों संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।

भारत सरकार की संस्था विज्ञान प्रसार की इकाई विपनेट से संबद्ध नेशनल काउंसिल ऑफ रिसर्चर टीचर साइंटिस्ट इंडिया (एन.सी.आर.टी.एस.) द्वारा उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के प्रोफेसर ए.के. मलिक को वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय निदेशक के रूप में सेवाएं देने के लिए मनोनीत किया है। डॉ. मलिक ने बताया कि वह विज्ञान लोकप्रियकरण हेतु सतत प्रयासरत हैं तथा ऐच्छिक रूप से उक्त राष्ट्रीय स्तर की संस्था को निःशुल्क सेवाएं देंगे।

राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से हो चुके हैं सम्मानित –

प्रो. ए.के. मलिक को विज्ञान एवं तकनीकी के प्रचार प्रसार एवं राष्ट्रीय स्तर पर अतुलनीय कार्य करने हेतु 1 फरवरी 2022 को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार तथा 22 दिसंबर, 2018 विपनेट-विज्ञान प्रसार, भारत सरकार के डीएसटी के तहत नेटवर्क दासा और त्रिपुरा के एस. डब्ल्यू. ए. से राष्ट्रीय गणित दिवस पर गणित लोकप्रियता के लिए श्रीनिवास रामानुजन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। प्रो मलिक ने बी. के. बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी पिलानी के गणित विभाग में पंद्रह वर्षों तक शैक्षिक योगदान दिया है। इसी वर्ष जून में प्रो0 मलिक मुक्त विश्वविद्यालय में गणित के प्रोफेसर के रूप में नियुक्त किये गये।

60 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित –

प्रो. मलिक को शिक्षा और अनुसंधान में 17 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उनकी विशेषज्ञता का क्षेत्र ऑपरेशंस रिसर्च, इन्वेंटरी कंट्रोल और सॉफ्ट कंप्यूटिंग तकनीक है। उन्होंने प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 60 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। उन्हें कई संस्थानों ने आईआईटी और अन्य विश्वविद्यालयों में गणित और अनुसंधान पद्धति में विभिन्न शोध विषयों पर 80 से अधिक वार्ता देने के लिए आमंत्रित किया है।

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प्रो. मलिक औद्योगिक इंजीनियरिंग सीआरसी प्रेस ऑपरेशंस रिसर्च ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस अनुकूलन तकनीक, टोपोलॉजी, माप सिद्धांत और एकीकरण विलीए ड्रीम टेक जैसी 26 पुस्तकों के लेखक व सह. लेखक हैं। वह विद्वान समाजों एसोसिएशन ऑफ इन्वेंटरी एकेडमिक्स एंड प्रैक्टिशनर्स, आई. ए. पी. इंडियन एसोसिएशन फॉररिलाय बिलिटी एंड स्टैटिस्टिक्सएय आईएआरएस राजस्थान गणिता परिषद के आजीवन सदस्य हैं। प्रो. मलिक ने एमएससी गणित गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार, उत्तराखंड से और पीएचडी डिग्री, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ, उत्तर प्रदेश से प्राप्त किया है।
नेशनल काउंसिल ऑफ रिसर्चर टीचर साइंटिस्ट इंडिया एनसीटीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजन बनिक ने नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए डॉ मलिक द्वारा विज्ञान लोकप्रिय करण के क्षेत्र में किए गए कार्यों की सराहना की है। उक्त संस्था में नासा एडीएसटीएएनसीईआरटीए इसरो जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं के वैज्ञानिक एवं शिक्षाविद जुड़े हैं।

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