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प्रियंका ने चाय श्रमिक के घर जाकर पी लाल चाय, केंद्र सरकार पर साधा निशाना

असमः दो दिवसीय असम दौरे के दूसरे दिन मंगलवार की सुबह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बिश्वनाथ जिला शहर स्थित पावर ग्रीड के गेस्ट हाउस से निकलकर प्रतापगढ़ चाय बागान स्थित बूढ़ा माधव देवालय में दर्शन किया। उसके बाद चाय बागान के महिला चाय श्रमिकों से मुलाकात की।

चाय बागान के दौरे के दौरान उन्होंने चाय की पत्ती तोड़ने वाली महिलाओं के साथ माथे पर टोकरी लेकर चाय की पत्तियां तोड़ते हुए उनसे चर्चा की। कुछ समय तक महिलाओं से उन्होंने उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की। वहां से वे प्रतापगढ़ चाय बागान के श्रमिक अमृत तासा के घर गईं और रसोई में जाकर लाल चाय पी। इस दौरान प्रियंका ने अमृत की पत्नी, लड़के-लड़की से भी बात की।

इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए प्रियंका ने कहा कि चाय श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाने को लेकर जो बातें राहुल गांधी ने कही है, मैं उस बात की गारंटी देती हूं। उन्होंने कहा कि गैस सिलिंडर, पेट्रोल, डीजल समेत अत्यावश्यक सामग्रियों की कीमत बेतहाशा बढ़ रही है। ऐसे में अब समय आ गया है कि एक ऐसी सरकार बनायी जाए जो आम जनता की बातों को सुने, समझे और समस्याओं का समाधान करे।

कांग्रेस नेत्री ने कहा, चाय बागान की महिलाओं ने उन्हें बताया है कि काफी संख्या में नेता उनके पास आते हैं, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जिसके चलते उन्हें नेताओं की बातों पर विश्वास हुआ था। पहले-पहले चाय बागान के श्रमिकों के बैंक अकाउंट में पैसे भी आए थे, निःशुल्क गैस सिलिंडर भी मिले थे लेकिन अब पिछले दो माह से उनका सिलिंडर खाली रसोई घर में पड़ा हुआ है।

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उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि किस मजदूर के पास 800 से 900 रुपये है, जो रसोई गैस का सिलिंडर खरीद पाए। प्रियंका ने कहा कि बड़ी-बड़ी बातें बोलकर सत्ता में आ वाले अपनी बातों पर कायम नहीं रह सके जिसके चलते देश में गरीबी तेजी से बढ़ी है। बिना नाम लिये उन्होंने कहा कि पूंजीपति, उद्योगपतियों को सभी वस्तुएं मिल रही है, वे सब कुछ खरीद रहे हैं। हवाई अड्डा को खरीद रहे हैं, गुवाहाटी हवाई अड्डा को भी उन्होंने खरीद लिया है। देश की सभी सुविधाएं केवल पूंजीपतियों के लिए हैं। आम जनता परेशान, हताश और निराश है।

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