कोलकाताः यह पहली बार होगा जब 25 नवंबर से शुरू हो रहे पश्चिम बंगाल विधानसभा के शीतकालीन सत्र में किसी प्राइवेट मेंबर बिल (Private member bill) पर चर्चा हो सकेगी। शुक्रवार शाम को बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में ‘पश्चिम बंगाल बाल संरक्षण विधेयक, 2024’ शीर्षक से प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया गया।
बीजेपी ने पेश किया Private member bill
यह विधेयक भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष ने पेश किया, जो मौजूदा तृणमूल कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पेश किया गया पहला प्राइवेट मेंबर बिल है। तृणमूल सरकार ने 2011 में पश्चिम बंगाल में 34 साल के वाम मोर्चा शासन को समाप्त कर दिया था।
हालांकि, सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इस विधेयक के चर्चा में आने की संभावना नहीं है। कारण यह है कि किसी भी प्राइवेट मेंबर बिल को चर्चा के लिए विधानसभा के पटल पर लाने से पहले एक लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
बच्चों की शिक्षा में होगा सुधार
सबसे पहले प्रस्तावित विधेयक को राज्य के कानून विभाग से मंजूरी लेनी होगी। इसके बाद इसे मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यालय भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री की मंजूरी मिलने के बाद यह विधेयक राज्यपाल सीवी आनंद बोस के पास जाएगा। राजभवन से मंजूरी मिलने पर यह विधेयक विधानसभा पटल पर चर्चा के लिए पेश किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा कि उनके कार्यकाल में उनके कार्यालय में पेश किया गया यह पहला निजी विधेयक है।
यह भी पढ़ेंः-Assembly by-election: TMC का धमाकेदार प्रदर्शन, सभी सीटों पर आगे
उन्होंने कहा कि यह विधेयक विशेष प्रक्रिया से गुजर रहा है। इसके बाद ही यह विधानसभा पटल पर चर्चा के लिए आ सकेगा। प्रस्तावित विधेयक में बाल विकास के क्षेत्र में शिक्षा, आदर्श शैक्षणिक वातावरण का निर्माण, स्कूल छोड़ने वालों की दर में कमी और स्कूल समय में एकरूपता जैसी आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। राज्य में बाल संरक्षण और शिक्षा व्यवस्था में सुधार के उद्देश्य से यह विधेयक तैयार किया गया है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)