चितौड़गढ़ः जिला परिषद के भवन पर करीब 11 साल से सदर थाना संचालित है, जिसका आज तक किराया जमा नहीं कराया गया। ऐसे में किराए और भवन खाली कराने की मांग को लेकर चित्तौड़गढ़ जिला प्रमुख ने मंगलवार सुबह थाने पहुंच धरना प्रदर्शन शुरू किया। पुलिस ने 11 साल से ना तो किराया दिया है और ना ही भवन को खाली किया है।चित्तौड़गढ़ जिला प्रमुख सुरेश धाकड़ ने बताया कि जिला परिषद के जल ग्रहण गोसंरक्षण डिपार्टमेंट का कार्यालय जिला परिषद की संपत्ति है।
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10 साल पहले पुलिस को एक भवन की जरूरत थी। एक एग्रीमेंट तैयार कर पुलिस को ऑफिस में थाना संचालित करने का अधिकार दिया गया था। बदले में 24 हजार 713 हर महीने किराया देना तय किया गया था। एग्रीमेंट में हर साल 10 प्रतिशत किराया बढ़ाने की बात लिखी थी। आज तक थाना सदर ने किराया नहीं चुकाया न ही भवन खाली किया। जिला प्रमुख धाकड़ ने फरवरी महीने में नोटिस और एक फूलों का गुलदस्ता देकर थाना को खाली करने की बात कही थी।
60 लाख रुपये बाकी
इस दौरान उन्होंने 11 साल में 30 लाख रुपए के साथ टैक्स और बढ़ोतरी के 10 प्रतिशत हर साल के जोड़ने के बाद 60 लाख रुपए चुकाने को कहा था। लेकिन अभी तक किराया नहीं चुकाने पर जिला प्रमुख धाकड़ ने सदर थाने के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और किराया नहीं देने पर दूसरा भवन में शिफ्ट हो जाने की बात कही। इस दौरान मौके पर डिप्टी बुद्धराज, सदर थानाधिकारी हरेंद्र सिंह सोढा, पुलिस जाब्ता मौजूद रहे।
जिला प्रमुख धाकड़ ने बताया कि जिला परिषद में सिर्फ एक ही कमरा है, जिसमें सब एडजस्ट कर रहे हैं। जिला परिषद कार्यालय को भी एक स्थान की जरूरत है जो कि नहीं मिल पा रहा है। आमजन में पुलिस का डर होना चाहिए वहीं पुलिस खुद नियमों को तोड़कर अवैध कब्जा करके बैठी है। लोग अवैध कब्जे को हटाने के लिए पुलिस के पास फरियाद लेकर आते हैं। लेकिन जब पुलिस खुद किए करेगी तो लोग कैसे यकीन करेंगे।
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