कीवः यूक्रेन की करीब सात से आठ घंटे की ऐतिहासिक यात्रा के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार रात राजधानी कीव से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए। कीव से नई दिल्ली की हवाई दूरी करीब 4540 किमी है और उड़ान का समय 6 घंटे 55 मिनट है। यह यात्रा इस मायने में खास रही कि यूक्रेन की आजादी के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की कीव की यह पहली यात्रा थी। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने माना है कि अगर भारत अपना रुख बदल ले तो रूस के साथ युद्ध खत्म हो सकता है।
भारत लौटते समय पाकिस्तान के रास्ते आए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोलैंड से लौटते वक्त पाकिस्तान के एयरस्पेस (Pakistan’s airspace) का इस्तेमाल किया। पाकिस्तानी मीडिया हाउस डॉन (Pakistani media house Dawn) ने वहां के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के एक अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी 46 मिनट तक पाकिस्तान के एयरस्पेस में रहे। उनका विमान लाहौर और इस्लामाबाद होते हुए अमृतसर पहुंचा। सूत्रों के मुताबिक उनका विमान सुबह 10:15 बजे पाकिस्तान के एयरस्पेस में दाखिल हुआ और 11:01 बजे तक वहीं रहा।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान पाकिस्तान का एयरस्पेस भारतीय विमानों के व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए खुला था। भारत ने इस मामले पर अभी कुछ नहीं कहा है। प्रधानमंत्री के विमान को विशेष अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, कुछ मामलों में प्रधानमंत्री के विमान को विशेष संकेत देना पड़ता है। बता दें कि बालोकट एयर स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान ने कमर्शियल फ्लाइट पर पाबंदी लगा थी। लेकिन बाद में इस खोल दिया गया था।
यूक्रेन से पहले रूस से की थी शांति की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने कीव से रवाना होने से पहले रूस और यूक्रेन को बातचीत की मेज पर आने का प्रस्ताव दिया। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा उनकी रूस यात्रा के ठीक छह सप्ताह बाद हुई है। मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत के जरिए युद्ध में शांति लाने की अपील भी की थी। अब माना जा रहा है कि उनकी अपील पर दोनों देश बातचीत की दहलीज पर पहुंच सकते हैं।
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भारत सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने कल कीव में स्कूल ऑफ ओरिएंटल स्टडीज में हिंदी भाषा सीख रहे यूक्रेनी छात्रों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने छात्रों की बुद्धिमत्ता और दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी समझ को बढ़ावा देने में उनके योगदान की सराहना की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन सरकार को चार ‘भीष्म (भारत स्वास्थ्य सहयोग, हित और मैत्री पहल) क्यूब्स’ उपहार में दिए। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने मानवीय सहायता के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। ‘भीष्म क्यूब्स’ से घायलों के शीघ्र उपचार में मदद मिलेगी तथा बहुमूल्य जीवन बचाने में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।
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