Thursday, December 5, 2024
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Parliament Winter Session : हंगामे की भेंट चढ़ा शीतकालीन सत्र का पहला दिन, सदन की कार्यवाही 27 नवंबर तक स्थगित

Parliament Winter Session , नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार 25 नवंबर को शुरू हो गया। हालांकि कार्यवाही शुरू होते ही यह विपक्ष के हंगामें की भेंट चढ़ गई। फिलहाल लोकसभा की कार्यवाही 27 नवंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले सोमवार सुबह 11 बजे संसद के शीतकालीन सत्र का उद्घाटन हुआ। सबसे पहले दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद संसद की कार्यवाही शुरू की गई। लेकिन मणिपुर समेत अन्य मुद्दों को लेकर विपक्षी सांसदों ने लोकसभा में हंगामा करना शुरू कर दिया।

Parliament Winter Session: 29 नवंबर तक सदन की कार्रवाही स्थागित

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों से शांत रहने और कार्यवाही को सुचारू रूप से चलने देने में सहयोग करने की अपील की। ​​लेकिन हंगामा कर रहे सांसदों पर लोकसभा अध्यक्ष की अपील का कोई असर नहीं हुआ। हंगामा बढ़ता ही गया। इसे देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही 27 नवंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। अब लोकसभा की कार्यवाही 29 नवंबर को सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगी।

Parliament Winter Session: पीएम मोदी ने पत्रकारों से की बात

वहीं शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) भी लोकसभा पहुंचे। संसद परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत की संसद से यह संदेश भी जाना चाहिए कि भारत के मतदाता, लोकतंत्र के प्रति उनका समर्पण, संविधान के प्रति उनका समर्पण, संसदीय कार्य प्रणाली में उनकी आस्था, संसद में बैठे हम सभी को जनभावनाओं पर खरा उतरना होगा। हमने अब तक जो समय गंवाया है, उसके लिए हमें थोड़ा पश्चाताप करना चाहिए, हमें संसद भवन में हर विषय के विभिन्न पहलुओं को बहुत ही स्वस्थ तरीके से उजागर करना चाहिए, आने वाली पीढ़ियां उसे पढ़ेंगी और उससे प्रेरणा लेंगी।

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लोकतंत्र की शर्त हम जनता के व्यवहार का सम्मान करें- मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि 2024 के आम चुनावों के बाद देश की जनता को अपने-अपने राज्यों में अपनी भावनाएं व्यक्त करने का अवसर मिला है, उसमें भी 2024 के लोकसभा चुनावों के परिणामों ने और अधिक ताकत दी है, राज्यों द्वारा और अधिक समर्थन बढ़ाया है। लोकतंत्र की शर्त यह है कि हम जनता के व्यवहार का सम्मान करें। मुझे उम्मीद है कि हमारे नए साथियों को अवसर मिलेगा। उनके पास नए विचार हैं, उनके पास भारत को आगे ले जाने की नई कल्पनाएं हैं।

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